पालनी के सपनों को अब मिलेगी उड़ान
एक ट्वीट से पूरे देश में चर्चा में आई पालनी के सपने अब पूरे होंगे। आर्थिक
संसू,सिमडेगा : एक ट्वीट से पूरे देश में चर्चा में आई पालनी के सपने अब पूरे होंगे। आर्थिक संकट अब इसकी राह में रोड़ा नहीं बनेगा। सिमडेगा जिला प्रशासन ने पालनी के सपनों को उड़ान देने और उसे मदद पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर उपायुक्त सुशांत गौरव को हरसंभव सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया था। इसके बाद उपायुक्त के निर्देश पर रविवार को सीडब्ल्यूसी की टीम ने पालनी को अपने कार्यालय बुलाकर सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 26 फरवरी को पालनी कुमारी की खबर दैनिक जागरण में प्रमुखता के साथ प्रकाशित की गई थी। पालनी कुमारी को अडानी फाउंडेशन द्वारा प्रतिमाह ढाई हजार रुपये की मदद दिए जाने की जानकारी दी गई थी। जिला प्रशासन द्वारा भी अब प्रतिमाह 2000 की सहायता राशि पालनी को दी जाएगी। उर्सुलाइन कांवेंट की कक्षा 7 में पढ़ने वाली पालनी कुमारी अपने और अपनी मां के पेट की भूख को शांत करने के लिए सड़़क के किनारे हरे चने बेचती है। पालनी के पिता की मृत्यु वर्ष 2010 में हाई ब्लड प्रेशर के कारण हो गई थी। इस दुख को पालनी ने अपना हथियार बनाया और बड़ी होकर नर्स बनने की ठानी। डेढ़ वर्ष की उम्र में पिता को खोने के बाद उनके प्यार को तरसती पालनी अपनी मां के साथ सलडेगा पहानटोली में एक भाड़े के रूम में रहती है। अब उसे सहायता मिलेगी। इसके लिए डीसीपीओ सुमित्रा बड़ाइक, सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष किरण चौधरी, नीरा केसरी, मीरा प्रसाद सहित अन्य टीम सदस्यों ने रविवार को छुट्टी होने के बावजूद कार्यालय में बैठकर सहायता दिए जाने की पूरी प्रक्रिया को पूर्ण की। अब जल्द ही इनके प्रयास को अंतिम रूप उपायुक्त सुशांत गौरव द्वारा दिया जाएगा।