बिल को लेकर विद्युत विभाग व पुलिस आमने-सामने
कोलेबिरा पुलिस द्वारा बिना हेलमेट बाइक चला रहे बिजली मिस्त्री का चलान काटने व
जासं,सिमडेगा: कोलेबिरा पुलिस द्वारा बिना हेलमेट बाइक चला रहे बिजली मिस्त्री का चलान काटने व बिजली विभाग द्वारा थाना की बिजली लाइन काटने का मामला अब बड़ा मुद्दा बनने लगा है। हालांकि उपायुक्त के निर्देश पर थाना की लाइन रात में जोड़ दी गई। इसके बाद बिजली विभाग और पुलिस प्रशासन बिजली बिल को लेकर आमने सामने खड़ा हो गया है। बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता विश्वेश्वर मरांडी ने कहा बिजली मिस्त्री आवश्यक सेवा में आते हैं। उसका इतना अधिक चलान काटना न्याय संगत नहीं हैं। उन्होंने कहा सिमडेगा पुलिस प्रशासन पर 41,55,540 रुपये का बिल बकाया है। उन्होंने कहा इस तरफ किसी का ध्यान नहीं कि बिल जल्द भरें। उन्होंने कहा इतना बिल बकाया रहने पर उन्हे भी विभाग में जवाब देना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कोलेबिरा थाना जिसको लेकर बुधवार को विवाद हुआ ,उस थाना का 1,52,626 रुपए बिल बकाया है। उन्होंने बताया एसपी रेसीडेंस का भी बिल 8,17,432 रुपये बकाया है। कोलेबिरा थाना से शुरू हुए इस विवाद के बारे में कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मिस्त्री का पुलिस द्वारा छह हजार चलान काटने के बाद कोलेबिरा बिजली विभाग के कनीय अभियंता अपनी बात रखने थाना गए थे। लेकिन उन्हे वहां पुलिस ने तरजीह नहीं दी। जिससे वे अपमान महसूस किए। थाना का बिल भी बकाया था इसलिए लाईन काटी गई थी। हालांकि कार्यपालक ने कहा थाना की लाईन कनीय अभियंता को नहीं काटना चाहिए था। लेकिन जो हुआ अचानक हुआ। उन्हे भी पूर्व में जानकारी नहीं मिली थी।इस पूरे मामले में सिमडेगा पुलिस कप्तान डॉ शम्स तब्रेज से बात हुई तो उन्होने साफ लहजे में कहा कि बिजली बिल बाकी था तो विभाग एसपी ऑफिस से संपर्क कर जानकारी देता न कि उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के थाना का लाईन बदले की भावना से काटता। उन्होंने कहा अपराध नियंत्रण संबंधी हेल्मेट और अन्य जांच करना पुलिस की ड्यूटी है। पुलिस अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही थी। अधिक बिल बकाए मामले में पुलिस कप्तान ने कहा कि विभाग एसपी कार्यालय बिल भेजे वे बकाए बिल की जांच करवा कर बिल भरने की प्रक्रिया में फाइल बढाएगें। उन्होने कहा सरकारी आफिस का पेमेंट है जो वाजिब है विभाग भरेगा। पुलिस कप्तान ने कहा बिल बकाया मामला को लेकर लाइन काट देना उचित नहीं है। उन्होने बताया कि वे उपायुक्त को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है।