सड़क के किनारे लगे वृक्ष का करें मूल्यांकन:डीसी
पायुक्त सुशांत गौरव की अध्यक्षता में जिला वनाधिकार समिति एवं जिला पर्यावरण समि
जासं,सिमडेगा:उपायुक्त सुशांत गौरव की अध्यक्षता में जिला वनाधिकार समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की बैठक की।बैठक में उन्होंने जिले भर में विभागों के द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं की समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिए।उन्होंने एनएच-143 व तामड़ा-पालकोट व अन्य सड़कों के वृक्ष मूल्यांकन हेतु डीएफओ को पत्र प्रेषित करने की बात कही। जिले में सोलर पार्क निर्माण को लेकर उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। पीएमजीएसवाई सड़क योजना की समीक्षा के क्रम में कार्यपालक अभियंता ने जीरो पॉइंट पर एक हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता बताई, उपायुक्त ने कार्य से संबंधित प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि जिले के वैसे सभी नाली यथा- जिला, प्रखंड एवं गांव-गांव जहां नाली का अंत होता है , के समीप सोख्ता टैंक का निर्माण करें। साथ हीं चापानल एवं जल मीनार के समीप भी सोख्ता टैंक बनाने की बात कही।
कस्तूरबा विद्यालय में पीसीसी निर्माण को लेकर अभियंता ने भूमि की जरूरत बताई। उपायुक्त ने अपर समाहर्ता को इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधूरे सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण करने की कार्रवाई ससमय सुनिश्चित करें।कार्यपालक अभियंता विद्युत प्रमंडल को दूरभाष के माध्यम से राइस मिल में बिजली बहाल की कार्रवाई त्वरित सुनिश्चित करने को कहा। वहीं
माईनिग के कार्यस्थल की एनओसी जांच करने की बात कही।सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए जिले के चार प्रखंडों में अखड़ा निर्माण के लिए 24 घंटे के अंदर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से एन ओ सी उपलब्ध कराने कि बात कही। साथ ही जिस प्रखंड में जगह का चयन नहीं किया गया है, वहां ग्राम सभा के माध्यम से पारित कराने की बात कही। सभी प्रखंडों में सोलिडवेस्ट मैनेजमेन्ट के लिए अंचल अधिकारी को पत्र के माध्यम से सूचित करते हुए जगह का चयन करने का बात कहीं। जिससे कि सोलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट से विभिन्न प्रकार के खाद् का निर्माण कार्य किया जा सके।उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को ई-वेस्ट (इलेक्ट्रोनिक्स कचरा) से मानव जीवन में फैलने वाले प्रदूषण से बचाव हेतु गांव-गांव प्रचार-प्रसार कराने की बात कहीं। बैठक में आईटीडीए निदेशक, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, भू-अर्जन पदाधिकारी सहित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।