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सरकार ने नहीं ली सुध, श्रमदान से की सड़क मरम्मत

प्रखंड के कई गांवों में आने-जाने के लिए एक ठीक ठाक सड़क भी ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 05:23 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 05:23 PM (IST)
सरकार ने नहीं ली सुध, श्रमदान से की सड़क मरम्मत
सरकार ने नहीं ली सुध, श्रमदान से की सड़क मरम्मत

संसू,बोलबा (सिमडेगा): :प्रखंड के कई गांवों में आने-जाने के लिए एक ठीक ठाक सड़क भी मयस्सर नहीं है। बेहरीनबासा पंचायत के कुड़पानी के दो टोले भंडारटोली व गिरजाटोली के बीच का सड़क बहुत सालों से बदहाल है। लोगों ने श्रमदान कर सड़क की मरम्मत की।

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यहां चार पहिया वाहन के चलने लायक स्थिति की बात तो दूर,साइकिल से चलना भी मुश्किल हो जाता है। सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा कर थक चुके ग्रामीणों ने अपने श्रमदान से सड़क बनाने का निर्णय लिया और सामूहिक श्रमशक्ति से लगभग दो किलोमीटर सड़क बना ली। गांव की एक महिला स्वयं सहायता समूह ने इस संबंध में आपस में पहले विचार विमर्श किया,फिर दोनों टोलों के लोगों से श्रमदान में भागीदारी करने की अपील हुई। सब ग्रामीण अपने घर से कुदाल,गैंती और कड़ाही ले कर निकले और मिल जुलकर अपने गांव के लिए एक सड़क बना कर ही माने।

श्रमदान कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि कुड़पानी में सड़क तो बदहाल है ही,गांव में बिजली भी नहीं पहुंची। जंगली हाथियों से भी अक्सर खेती-बारी और घर में कई तरह से नुकसान होते रहता है। कई प्रकार की असुविधाओं में घिरे होकर बड़ी मुश्किल से गुजारा करना पड़ता है। झारखंड के दक्षिणी सीमा के आखरी गांव की आखरी बस्ती में रहने के चलते सरकार और जनप्रतिनिधियों की दया ²ष्टि पहुंचती नहीं है। हमारा आग्रह है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि और जिले के आला अधिकारी हमारे गांव में आएं और हम लोगों की भी सुध लें।


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