हड़ताल पर रहे पारा मेडिकल कर्मी, कार्य प्रभावित
झारखंड राज्य एएनएमजीएनएम संघ के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर कार्यरत।
जासं,सिमडेगा : झारखंड राज्य एएनएम,जीएनएम संघ के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकलकर्मी गुरुवार को भी हड़ताल पर रहे। सीएस कार्यालय के समक्ष धरना पर बैठे एएनएम जीएनएम संघ की जिलाध्यक्ष जोसिमा खाखा ने कहा कि सभी अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी कोविड-19 जैसी महामारी में कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं। मरीज की पहचान से लेकर इलाज तक में उनकी जिम्मेदारी होती है। बावजूद विभाग द्वारा अबतक उन्हें उनका हक और अधिकार प्रदान नहीं किया गया। वैश्विक महामारी के इस काल में पारा मेडिकल कर्मी मरीजों की सेवा में दिनरात जुटे हैं। कई पारा मेडिकल कर्मियों की मौत हो गई। मगर उनका सुनने वाला कोई नहीं है। कहा कि सरकार अन्य राज्यों की तरह कोविड कार्य में लगे कर्मियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि, समायोजन के पूर्व तक समान कार्य के लिए समान वेतन, अनुबंधकर्मी की आकस्मिक मृत्यु पर उसके आश्रित को राज्य सरकार जीवन बीमा का लाभ देने, इपीएफ की कटौती, वर्षाें से स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संभागो में अनुबंध पर कार्यरत सभी मेडिकल कर्मियों का सीधा समायोजन, समान कार्य के लिए समान वेतन, कोरोना के दौरान किसी पारा मेडिकल कर्मी की मौत पर 50 लाख बीमा मुआवजा व आश्रित को नौकरी समेत अन्य लाभ देने की मांग की गई। कार्यरत अनुबंध पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल पर चले जाने के कारण स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो गई है। गुरुवार को टीकाकरण, कोविड सैंपल, एक्स रे, ब्लड जांच सहित कई कार्य प्रभावित हुई।
कर्मियों ने दिया धरना
बोलबा: स्थानीय सीएचसी में अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के तहत सीएचसी मुख्य द्वार पर धरना दिया। हड़ताली कर्मियों ने स्थायीकरण, कोरोना बीमा पॉलिसी लागू करने एवं समान काम के लिए समान वेतन देने की मांग की। मौके पर आयुष चिकित्सक डॉ. देवतोष भूटिया ,रोबर्ट सुरीन,राजश्री आदि मौजूद थे।