स्कूल है बंद फिर भी ज्ञान दे रही गुरुजी
बोलबा कोरोना काल में सरकार के निर्देशानुसार सभी स्कूल-कालेज पिछले तीन माह से बंद हैं।
बोलबा: कोरोना काल में सरकार के निर्देशानुसार सभी स्कूल-कालेज पिछले तीन माह से बंद हैं। हालांकि इस कोरोना काल में एक शानदार पहल की है उत्क्रमित राजकीय मध्य विद्यालय आलिगुड़ के सहायक शिक्षक प्रमोद टेटे ने। प्रमोद टेटे को कोरोना काल में कुछ बस्तियों में कोविड-19का संक्रमण से बचाव के लिए दिए गए दिशानिर्देश के अनुपालन सुनिश्चित करवाने और एक जनवितरण प्रणाली दुकान में मॉनिटरिग करने का जिम्मा मिला है। इन दायित्वों को निभाते हुए भी वे अपने विद्यार्थियों के लिए वक्त निकालकर उन्हें यथासंभव पढ़ा रहे हैं। आलिगुड़ जितिया टोली में बने चबूतरे को ही उन्होंने अपना अस्थायी शिक्षण केंद्र बना दिया है।यहां वे पिछले दो सप्ताह से बच्चों को शारीरिक दूरी के साथ ही शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। चबूतरे पर पढ़ाई शुरु करने के संबंध में उन्होंने बच्चों एवं अभिभावकों को सूचित किया तो सब राजी हो गये और दो घंटे की खुली पाठशाला शुरू हो गई।कुछ अत्यावश्यक काम न होने की स्थिति में वे बिना नागा प्रतिदिन सुबह 11बजे पहुंचते हैं और दोपहर 1 बजे तक बच्चों को पढ़ाते हैं। बच्चों को अंग्रेजी, विज्ञान, हिदी,गणित आदि विषयों की शिक्षा देने के साथ साथ वे उन्हें कोविड-19 एवं अन्य बीमारियों से बचने के लिए जरूरी सावधानी के बारे भी बताते हैं। प्रमोद सर की कक्षा में आए सभी बच्चे मास्क के अभाव में तौलिया से ही संक्रमण रोकने के लिए व्यवस्था करके बैठते हैं। एक दूसरे से उचित दूरी बनाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। प्रमोद सर की कक्षा शुरू होने से बच्चों में काफी उत्साह है।पूर्णिमा कुमारी,बादल सिंह, निखिल सिंह आदि ने कहा कि हमलोगों को प्रमोद सर के पढ़ाने से बहुत अच्छा लग रहा है। हमलोगों का सारा समय इधर -उधर घूमने और खेलने में बीत जा रहा था,साथ ही हमलोग पढ़ा हुआ को भी बहुत कुछ भूलाने लगे थे। जब से प्रमोद सर ने हमलोगों को पढ़ाना शुरू किया है, हमलोगों को पढ़ाई में मजा आ रहा है।