कोविड मरीजों की सेवा में समर्पित रहें हैं डा.खाखा
वैश्विक आपदा कोरोना काल में जहां हर कोई अपनी सुरक्षा की चिता कर कर रहे थ
सिमडेगा : वैश्विक आपदा कोरोना काल में जहां हर कोई अपनी सुरक्षा की चिता कर कर रहे थे,दूसरी ओर जिले में पदस्थापित डा. सीए खाखा कोविड मरीजों को बचाने में जुटे थे। विदित हो कि डा.सीए खाखा जिले में बतौर जिला आरसीएच सह जिला
प्रतिरक्षण पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित हैं। वे कोविड मरीजों के उपचार के क्रम में संक्रमित भी हुए,लेकिन मरीजों के प्रति सेवा व निष्ठा भाव में कोई कमी नहीं आई। उन्होंने बीरू स्थित अस्पताल में करीब 1 माह तक कोविड मरीजों की सेवा दी। बताया कि कोविड का दौर अबतक का सबसे भयावह दौर था। अस्पताल में वैसे मरीज भी आते थे, जब उनका आक्सीजन लेवल काफी कम होता था। वे अपनी आंखों के सामने मरीजों को छटपटाते हुए देखते थे। तब वे ऐनेस्थेसिस्ट के माध्यम से उन्हें उपचार देते थे। उन्होंने बताया कि यह क्षण अत्यंत पीड़ादायक था, बावजूद वे खुद को सौभाग्यशाली मानते रहे कि उन्हें विकट दौर में लोगों को सेवा करने का मौका मिलता रहा। बतौर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के रूप में भी डा. सीए खाखा ने बेहतर कार्य किया है। उन्होंने यह बताया कि कोविड से पहले जिले में कुछ वर्ष पूर्व मिजल्स-रूबेला का टीकाकरण किया गया था। तब भी लोग अफवाह में पड़े थे और टीकालेने से इंकार कर रहे थे। लेकिन, तब प्रशासन एवं शिक्षा
विभाग के सहयोग से 94 प्रतिशत टीकाकरण किया गया था। आज उस अभियान का अनुभव कोविड टीकाकरण में भी मिला। कोविड टीकाकरण को लेकर लोगों में बड़ी अफवाह थी। लोग टीकाकरण से परहेज कर रहे थे। कई बार लोगों ने टीका देने वाली टीम के साथ भी अभद्र व्यवहार किया, लेकिन काफी सूझ-बूझ से टीकाकरण को आज गति मिली और जिले में अभी 88 प्रतिशत फर्स्ट टीकाकरण की डोज दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी लोगों को कोविड से सजग रहने की जरूरत हैं। सजगता एवं सुरक्षा ही लोगों को कोविड के प्रकोप से बचाएगी। उन्होंने लोगों से मास्क एवं शारीरिक दूरी का अनुपालन ठीक से करने को कहा।