Move to Jagran APP

Jamtara: धूमधाम से होने वाली शादी पड़ गई फीकीः दुल्हन के गहने नहीं लाये बराती तो हो गया बवाल, लौट गई बरात

शादी को पश्चिम बंगाल के हावड़ा दानकुनी से पहुंचे बरातियों को बगैर शादी की रस्म अदायगी के बाद बैरंग लौटा दिया गया। विवाद पहले लड़का पक्ष द्वारा लड़की के गहने ना लाने लेकर शुरू हुआ फिर लड़की ने लड़का नापसंद होने की बात कहकर बरात को लौट जाने को कहा।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiPublished: Tue, 09 May 2023 06:17 PM (IST)Updated: Tue, 09 May 2023 06:17 PM (IST)
गहने ना लेकर शुरू हुआ विवाद, लड़की बोली दूल्हा नहीं है पसंद, लौटा दी बरात।

संवाद सूत्र, जामताड़ा: शादी को पश्चिम बंगाल के हावड़ा दानकुनी से पहुंचे वर और बरातियों को बगैर शादी की रस्म अदायगी के बाद ही बैरंग लौटा दिया गया। विवाद पहले लड़का पक्ष द्वारा लड़की के गहने ना लाने लेकर शुरू हुआ और फिर लड़की ने लड़का ना पसंद होने की बात कहकर बरात को लौट जाने को कहा।

loksabha election banner

दूल्हा बन सात फेरे लेने पहुंचा लड़का बरातियों संग वापस हावड़ा लौट गया। मामला करमाटांड़ बाजार क्षेत्र का है। सोमवार को यह बरात हावड़ा के दानकुनी से यहां पहुंची थी।

शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे कुछ लोगों का कहना है कि सोमवार रात को दुल्हन के घर पूरी तैयारी के साथ मंडप तैयार किया गया था। दूल्हा पक्ष तिथि के मुताबिक बरात लेकर पश्चिम बंगाल हावड़ा दानकुनी से करमाटांड़ पहुंच गया।

वरमाला के बाद गहने को लेकर हुआ विवाद

इस दौरान बरात का सरातियों और कन्या पक्ष ने भव्य तरीके से स्वागत भी किया। दूल्हा गाजे-बाजे के साथ दुल्हन के घर तक पहुंचा। जहां परिवार के लोग खुशी के माहौल पर झूमते नाचते गा रहे थे। अतिथि उनके घर पर आकर प्रीतिभोज का आनंद लेते हुए शादी के गिफ्ट और बधाइयां दे रहे थे। वर व वधु पक्ष दोनों के नियमानुसार वरमाला का कार्यक्रम भी संपन्न हो गया।

लड़की बोली, मुझे दूल्हा पसंद नहीं

इस बीच मंडप पर दूल्हा-दुल्हन को सात फेरों के लिए लाया गया। जहां पर विधि विधान एवं मंत्रोच्चारण के साथ पंडित जी पूजा-अर्चना करने लगे। इसी बीच में दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे से लड़की के लाए जाने वाले गहने की मांग की। जहां पता चला कि लड़का पक्ष लड़की के लिए गहने नहीं लेकर पहुंचा है। इसके बाद दुल्हन बन मंडप पर बैठी लड़की ने सीधे-सीधे दूल्हा ना पसंद होने की बात कहकर शादी से ही इनकार कर दिया।

काफी देर तक होती रही मान-मनौव्वल

जिसके बाद दोनों पक्ष के कुछ लोग वर व वधू पक्ष को काफी देर तक समझाने में जुटे रहे। लेकिन वधू पक्ष ने बरातियों को वापस लौट जाने को कह दिया। वर पक्ष अपनी इस बात को लेकर चुपचाप मंडप से वापस लौट गए। पंडित जी भी बगैर कन्यादान करवाए ही लौट गए।

वधू पक्ष के द्वारा दूल्हे को पसंद नहीं करने की वजह लड़के की ज्यादा उम्र होना बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि दूल्हा अधिक उम्र का था, जिस कारण लड़की ने शादी करने से ही इंकार कर दिया। जबकि एक मई को तिथि अनुसार तिलकोत्सव का आयोजन किया गया था। सात मई को हल्दी कलश एवं मंडपाच्छादन और आठ मई को विवाह होना पहले से ही तय हो चुका था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.