ग्राम सभा को है वन प्रबंधन का अधिकार:अनूप
ग्राम सभा को है वन प्रबंधन का अधिकारअनूप
ग्राम सभा को है वन प्रबंधन का अधिकार:अनूप
संवाद सहयोगी, सिमडेगा: पाकरटांड प्रखंड के कैरबेड़ा पंचायत अंतर्गत डुमरडीह राजस्व ग्राम के तुरतुरीपानी गांव में ग्राम सभा अध्यक्ष मिखाइल लकड़ा की अध्यक्षता में भौतिक सत्यापन हेतु बैठक की गई ।इस बैठक के वनाधिकार समिति द्वारा वन क्षेत्र पदाधिकारी सिमडेगा एवं अंचल अधिकारी पाकरटांड़ को आमंत्रित किया गया।इस मौके पर झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन जनसंगठन के खुशीराम कुमार (प्रखंड प्रभारी पाकरटांड),अनूप लकड़ा (प्रखंड प्रभारी केरसई) एवं विनीता खाखा (मुखिया कैरबेड़ा) को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया।मौके पर अनूप लकड़ा ने वनाधिकार कानून 2006 तहत अनुसूचित जनजाति और परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता)अधिनियम 2006 एवं नियम 2008 के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि दावित वन भूमि को ग्राम सभा समिति के पास प्रपत्र अनुमोदन करने का अधिकार है।साथ ही साथ दावित वन क्षेत्र का जंगल को प्रबंधन एवं संरक्षित करने का अधिकार ग्राम सभा को है।सभा को संबोधित करते हुए खुशीराम कुमार ने बताया कि जंगल हमारे पूर्वजों से विरासत में मिली है।इसे हर हाल में बचाकर रखना होगा।हमें इस बात का ख्याल रखना होगा कि जंगलों के जैव विविधता को नुकसान न पहुंचे।कार्यक्रम में मुखिया विनीता खाखा ने कहा कि आप लोगों ने जिस भरोसे के साथ मुझे जिताया है, उसपर खरा उतरने की कोशिश करेंगी। साथ ही साथ ग्राम सभा को पूर्ण अधिकार दिलाने की कोशिश करते हुए हर सुख दुःख की साथी बनेंगी।इस बैठक में गीता देवी (वार्ड सदस्य),दुलार केरकेट्टा (ग्राम सभा अध्यक्ष बेन्दोजोर), महेश महतो,प्रदीप डुंगडुंग, राजेश मिंज,अनिल कुजूर,संगीता डुंगडुंग, दिलमोहनी देवी,शरण कुजूर, मनबोध बड़ाईक, अनानियुस लुगुन,सुमंती देवी, रानी देवी, प्रतिमा देवी, वर्षा देवी, बिरसमुनी देवी, सुशीला मिंज, अमरमणि कुजूर, केशोरी देवी, बिलासी देवी,शिवरात्रि देवी, मंजू मिंज, देवराज महतो, बिमला देवी, सुषमा डुंगडुंग, सरोजनी कुजूर, केशिया कुजूर,क्लेक्टस बेक, शैलेस्टिन बाड़ा सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।