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पहले गुरूजी सीखेंगे अंग्रेजी फिर बच्चों को सिखाएंगे

बच्चे अंग्रेजी में दक्ष हो सकें इसके लिए बच्चों से पहले सरकारी स्कूलों के शिक्षक सीखेंगे अंग्रेजी। सिमडेगा डीसी के निर्देश पर शुरू हुई कवायद

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 08:47 PM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 08:47 PM (IST)
पहले गुरूजी सीखेंगे अंग्रेजी फिर बच्चों को सिखाएंगे
पहले गुरूजी सीखेंगे अंग्रेजी फिर बच्चों को सिखाएंगे

एहतेशाम आलम, सिमडेगा : सरकारी स्कूलों के गुरूजी अंग्रेजी सीखेंगे। दरअसल सरकारी स्कूलों के बच्चे में निजी स्कूलों के बच्चों की तरह फार्राटे से अंग्रेजी बोल सकें इसके कवायद शुरू की गई है।

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मगर अनेक सरकारी स्कूलों के शिक्षक खुद धाराप्रवाह अंग्रेजी नहीं बोल पाते। इसी को ध्यान में रखते हुए पहले गुरूजी अंग्रेजी सीखेंगे।

जिले के उपायुक्त जटाशंकर चौधरी की पहल से संकुल स्तर पर इसकी व्यवस्था कराई गई है। जिले के प्रत्येक संकुल स्तर पर एक संकुल मोबाइल टीचर की प्रतिनियुक्ति की गई है, जो न सिर्फ शिक्षकों को अंग्रेजी बल्कि अन्य विषयों की ट्रे¨नग देंगे।

वे अपने स्कूल के अलावा दूसरे स्कूलों में जाकर भी कक्षाएं ले सकेंगे। नीति आयोग ने भी अपनी निर्देशिका में बच्चों को अंग्रेजी, गणित एवं ¨हदी में निपुण बनाने का लक्ष्य रखा है। विदित हो कि जिले में 59 संकुल हैं। संकुल से संबंधित क्षेत्र के विद्यालयों को जोड़ा गया है।

जिले के कुल्लूकेरा संकुल के मोबाइल शिक्षक अभिषेक रंजन ने बताया कि वे संकुल स्तर पर शिक्षकों को बेसिक अंग्रेजी व स्पोकन इंग्लिश की ट्रे¨नग शुरू कर दी गई है। शिक्षकों को लक्ष्य दिया जा रहा है कि वे अपने स्कूल के बच्चों को अंग्रेजी विषय की बेसिक जानकारी दें। शब्द कोष को समृद्ध बनाएं, अंग्रेजी में वाक्य बनाने की ट्रे¨नग दें।

अंग्रेजी में बात करते हैं बच्चे: उन्होंने बताया कि वे अपने प्राथमिक विद्यालय लसिया में भी बच्चों को अंग्रेजी बोलना सिखा रहे हैं। कई बच्चे तो अंग्रेजी में बात भी करते हैं।

उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम उन्होंने संकुल क्षेत्र के विद्यालयों में दौरा कर बच्चों की अंग्रेजी भाषा पर पकड़ की समीक्षा तो ए ग्रेड के बच्चे महज 9 प्रतिशत मिले। ऐसे में संकुल स्तरीय ट्रे¨नग इस दिशा में सार्थक पहल साबित होगी।

पूर्व में भी हुई थी पहल: जिले के सरकारी विद्यालयों के बच्चों को अंग्रेजी सिखाने के लिए पूर्व में तत्कालीन डीसी प्रवीण कुमार टोप्पो ने पहल की थी। उन्होंने विद्यालयों में एसेंबली के दौरान अंग्रेजी अखबार को बच्चों से पढ़वाने की भी बात कही थी।

मगर प्रभावी नहीं हो सका। वर्तमान में यह शायद ही किसी विद्यालय में यह व्यवस्था लागू हो। इधर जिला शिक्षा अधीक्षक उपेन्द्र नारायण ने कहा कि डीसी के ताजा निर्देश के आलोक में संकुल शिक्षक के माध्यम से अंग्रेजी शिक्षा की दिशा मे पहल की जा रही है।

ज्ञानसेतु कार्यक्रम के माध्यम से भी बच्चों को अंग्रेजी के साथ साथ ¨हदी एवं गणित विषय पर भी फोकस किया जाएगा।


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