सच्ची भक्ति से मिलता है मोक्ष: डॉ.पद्यराज जी
सिमडेगा:शहर के जैन भवन में आयोजित चातुर्मासिक सत्संग समारोह में श्रमण संघ के आचार्य सम्राट
सिमडेगा:शहर के जैन भवन में आयोजित चातुर्मासिक सत्संग समारोह में श्रमण संघ के आचार्य सम्राट ध्यान योगी डॉ.शिव मुनि जी का पावन जन्मोत्सव गुणानुवाद सभा के रूप में वाणी-भूषण डॉ. पद्मराज जी महाराज के सान्निध्य में हर्सोल्लास के साथ मनाया गया। सभा को संबोधित करते हुए कथावाचक डॉ. पद्मराज जी महाराज ने कहा कि आचार्य सम्राट शिव मुनि जी म. ने विशेष रूप से तीर्थंकर प्रभु महावीर की ध्यान साधना को आत्मसात करने का प्रयास किया है। उन्होंने पंजाब के ओसवाल परिवार में जन्म लेकर विद्यावारिधि तक अध्ययन किया और सन 2001 से विधिवत श्रमण संघ के आचार्य बने। संघीय प्रत्येक तीर्थ के प्रति उनमें आत्मीयता है और वे स्वयं की छत्रछाया में उसका भरपूर विकास देखना चाहते हैं। वे स्वयं आत्माभिमुख होकर जीने का मार्ग अपनाते हैं तथा औरों को भी आत्माभिमुख होने की प्रेरणा देते हैं। स्वामी जी ने आगे अपनी कथा जारी रखते हुए कहा परमात्मा की भक्ति करने से भक्तों का मन मोक्ष की ओर गतिशील हो जाता है।