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विकास की पोल खोल रही पाथरगोड़ा-खाकुडीह पगडंडी

खरसावां विधानसभा क्षेत्र के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत बीरबांस पंचायत के आदिवासी बहुल गांव खाकुडीह व पाथरगोड़ा के ग्रामीणों को आजादी के सत्तर साल बाद भी घर से निकलने के लिए सड़क नसीब नहीं हुई और आज भी गांव के लोग पगड़डी के सहारे मुख्य सड़क जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 06:52 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:11 AM (IST)
विकास की पोल खोल रही पाथरगोड़ा-खाकुडीह पगडंडी
विकास की पोल खोल रही पाथरगोड़ा-खाकुडीह पगडंडी

जागरण संवाददाता, सरायकेला : खरसावां विधानसभा क्षेत्र के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत बीरबांस पंचायत के आदिवासी बहुल गांव खाकुडीह व पाथरगोड़ा के ग्रामीणों को आजादी के सत्तर साल बाद भी घर से निकलने के लिए सड़क नसीब नहीं हुई और आज भी गांव के लोग पगड़डी के सहारे मुख्य सड़क जा रहे हैं। गर्मी व जाड़े में तो लोग किसी तरह पगड़डी से आवाजाही कर लेते हैं परंतु बरसात के आते ही पगडंडी की स्थिति भयावह हो जाती है। खाकुडीह व पाथरगोड़ा दोनों गांव एक-दूसरे से सटे हुए हैं जिसे एक कलवर्ट से जोड़ा गया है। यह दोनों गांव सरायकेला-कांड्रा मुख्य मार्ग से पांच सौ से आठ सौ मीटर की दूरी पर है। क्षेत्र के हर गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ा गया परंतु आजादी के 72 वर्षों के बाद भी पाथरगोड़ा-खाकुडीह गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए अबतक सड़क नहीं बनी और पूर्वजों की तरह उनके वंशज आज भी पगडंडी के रास्ते पर चल रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो कई जनप्रतिनिधियों ने गांव में आकर सड़क बनाने का वादा तो किया परंतु किसी ने बनाई नहीं और गांव की सड़क एक मुद्दा बनकर रह गया। खाकुडीह व पाथरगोड़ा गांव में लगभग पचास भूमिज परिवार रहते हैं जो खेती एवं मजदूरी कर अपना जीवन-यापन कर रहे हैं। सत्तर के दशक में गांव की पहाड़ी पर लीज लेकर क्रशर लगाया गया जिससे ग्रामीणों को पत्थर तोड़ने का काम मिलने लगा। वर्षों तक चलने के बाद अब क्रशर बंद हो गया है और खाकुडीह व पाथरगोड़ा के लोग आसपास में दैनिक मजदूरी का काम करने लगे। यहां बारिश में पगड़ंडी रास्ता दलदल हो जाता है और लोगों को गांव से बाहर जाने मेंपरेशानी होती है। मरीजों को खटिया में ढोकर सड़क तक ले जाना पड़ता है।

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सड़क नहीं होने से होती है दिक्कत : घनश्याम हांसदा

पाथरगोड़ा व खाकुडीह में सड़क बनाने को लेकर बीरबांस पंचायत के मुखिया घनश्याम हांसदा ने बताया कि सड़क के नहीं होने से गांव के लोगों को पगडंडी के रास्ते आवागमन में परेशानी होती है। पंचायत से पहले मिट्टी-मुरुम की सड़क बनाती थी परंतु अब यह योजना बंद हो गई है। पंचायत से पहले पीसीसी सड़क बनाई जाती थी परंतु यह योजना भी बंद हो गई है। अब पेवर्स ब्लॉक सड़क बन रही है। परंतु पाथरगोड़ा-खाकुडीह की पगडंडी समतल नहीं होने एवं चिकनी मिट्टी के कारण पैवर्स ब्लॉक सड़क बनाना संभव नहीं है। सड़क बनाने के लिए स्थानीय विधायक से मांग करने पर उन्होंने पाथरगोड़ा-खाकुडीह होते हुए नीमाइडीह तक पक्की सड़क बनाने का वादा किया है परंतु अब तक पहल नहीं हुई है।


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