राजनगर में सड़क हादसे में तीन की मौत
संवाद सूत्र राजनगर (सरायकेला-खरसावां) सोमवार का दिन राजनगर के लिए हादसों भरा दिन रहा।
संवाद सूत्र, राजनगर (सरायकेला-खरसावां) : सोमवार का दिन राजनगर के लिए हादसों भरा दिन रहा। हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पर तीन अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में जहां तीन लोगों की मौत हो गई, वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पहली घटना में एक ट्रक चालक की मौत हो गई, जबकि दूसरी घटना में एक बस ने बाइक पर सवार चाचा भतीजे को रौंद दिया। इससे चाचा भतीजे की मौत हो गई। दोनों घटना हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग पर घटी है।
राजनगर के बिजली उपकेंद्र के पास हुई पहली घटना
पहली घटना रविवार मध्य रात्रि की है। राजनगर थाना से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर विद्युत उपकेंद्र के पास एक ब्रेकडाउन ट्रक को पीछे से एक ट्रक ने टक्कर मार दिया। इसमें ट्रक चालक की मौत हो गई।
विद्युत उपकेंद्र राजनगर के पास रात को एक ही कंपनी के दो ट्रक आगे-पीछे खड़ा था। इसमें एक ट्रक का ब्रेकडाउन हो गया था। देर रात को ही ब्रेकडाउन हुए ट्रक के चालक-खलासी और साथी ट्रक के चालक ब्रेकडाउन ट्रक का नट वोल्ट कस रहे थे। इतने में आगे खड़े ट्रक का चालक शौच के लिए गया। शौच के बाद लौट कर नट कस रहे खलासी के तरफ सड़क की दाहिनी ओर बढ़ा ही था कि पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने चालक को रौंदते हुए खड़े दोनों ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी। इससे (ओआर 09 पी 0702) के चालक संजय प्रधान (38) की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर से दोनों ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गया। गश्ती पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक ट्रक चालक का नाम संजय प्रधान है। संजय प्रधान पश्चिमी सिंहभूम के पोकाम गांव का रहने वाला था। इस सड़क पर भारी वाहनों का परिचालन काफी अधिक बढ़ गया है। जिससे आए दिन सड़क पर भारी वाहन आपस में भिड़ रहे हैं। बीते एक सप्ताह के अंदर यह तीसरी घटना है जब सड़क पर इस तरह दो या तीन वाहन आपस में गिर चुके हैं। चाचा भतीजे को बस ने रौंदा, मौत
दूसरी घटना हेंसल में घटी। घटना सुबह 11 बजे की है। बाइक पर सवार चाचा भतीजा को एक तेज रफ्तार बस ने रौंद डाला। चाचा भतीजे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पूर्वी सिंहभूम कोवाली थाना क्षेत्र के मझगांव के बीरेन खंडवाल अपनी शादी का निमंत्रण देने चाचा जयसेन के साथ राजनगर के बिकुटुम गांव अपने मामा घर गया था। लौटने के क्रम में हेंसल में मनोज पटनायक के आवास के सामने टाटा से चाईबासा जा रही तेज रफ्तार मां पार्वती बस (जेएच 05 बीआर 1872) ने ओवरटेक के चक्कर में सामने से आ रहे दोनों बाइक सवार को अपनी चपेट में ले लिया। इससे चाचा भतीजे की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बस को रुकवा कर चालक की जमकर धुनाई कर दी। तब तक पुलिस को भी सूचना मिल गई। इसके बाद पुलिस ने लोगों के चंगुल से चालक को बचाया। पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर बस को जब्त कर लिया। स्थानीय लोगों ने कुछ देर के लिए सड़क जाम कर दिया। लोग सड़क पर ब्रेकर बनाने की मांग कर रहे थे। वाहनों के रफ्तार में नियंत्रण की मांग को लेकर कुछ देर तक सड़क जाम रखा। इसके बाद पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया। घटना की सूचना पर मृतक के परिजन राजनगर थाना पहुंचे।
30 अप्रैल को थी मृतक बीरेन की शादी
मृतक बीरेन खंडवाल की मां सुषमा खंडवाल ने बताया कि 30 अप्रैल को ओडिशा के दुंदु गांव में लड़के की शादी तय हुई थी। इसके लिए निमंत्रण कार्ड देने अपने चाचा के साथ बिकुटुम गया था। बीरेन चार बेटों में सबसे बड़ा था। बचपन में पिता की मौत के बाद वही घर परिवार चला रहा था। हमलोग बहुत गरीब हैं। सड़क के नीचे स्कूटी गिरने से दो लोग घायल
वहीं तीसरी घटना कुजू में करीब 12 बजे हुई। टाटा से चाईबासा जा रहे स्कूटी सवार सड़क से नीचे जा गिरे। इसमें जमशेदपुर के गोविदपुर निवासी तपन कुमार व शशि तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गए। शशि का जहां पैर टूट गया, वहीं तपन को हाथ में चोट लगी है। इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजनगर में इलाज के बाद एमजीएम रेफर कर दिया गया। घायलों ने बताया कि कुजू के पास पीछे से आ रही कार अचानक कैंची मार दिया। इससे हम अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरे।
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यात्री उठाने के चक्कर में जा रही लोगों की जानें
हाता चाईबासा मुख्य मार्ग एनएच 220 पर वाहनों की तेज रफ्तार कम नहीं हो रही है। यह अक्सर सड़क दुर्घटना का कारण होती हैं। यह सड़क काफी चकाचक है। सड़क पर कहीं ब्रेकर नहीं लगाया गया है। यात्री उठाने और टाइमिग की प्रतिस्पद्र्धा में बस से लोगों की जान जा रही है। बस चालक हर हाल में पहले पहुंचने की होड़ में लगे रहते हैं। उनमें जरा भी या भय नहीं होता कि बस में वे कितनी जिदगी को लेकर जा रहे हैं। यात्री उठाने की इसी प्रतिस्पर्धा के चलते इस मार्ग पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होते रहती हैं। वहीं बड़े वाहनों की रफ्तार काफी तेज होती है। पुलिस प्रशासन की विफलता के कारण सड़क दुर्घटनाएं दिनों दिन बढ़ते जा रही हैं। पुलिस प्रशासन सिर्फ हेलमेट चेक करने के अलावे सड़क सुरक्षा को लेकर कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाती है।