शिलापट्ट सलामत, सड़क गायब
जागरण संवाददाता सरायकेला राजनगर प्रखंड अंतर्गत गेंगेरुली पंचायत के सिदाडीह से बेड़ाकुदर
जागरण संवाददाता, सरायकेला : राजनगर प्रखंड अंतर्गत गेंगेरुली पंचायत के सिदाडीह से बेड़ाकुदर तक लगभग सवा चार किलोमीटर सड़क का निर्माण प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चार साल पहले 2017 में बनकर तैयार हुआ था। हालांकि विभागीय लापरवाही व निर्माण में व्यापक अनियमितता के कारण सड़क चार साल में ही जर्जर हो गई है। सड़क से अलकतरा गायब हो चुका है और गिट्टी बाहर आ चुके हैं। जगह जगह पर बड़े गड्ढे बन गये हैं। इनमें आय दिन हादसे हो रहे हैं। मजे की बात यह है कि रोड निर्माण का शिलापट्ट सही सलामत है लेकिन सड़क गायब है। गौरतलब है कि झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग रांची के द्वारा कार्य का निष्पादन किया गया था और कामधेनु आवास प्रालि, हजारीबाग को निर्माण कार्य का ठेका प्राप्त था। एजेंसी ने सड़क बनाने में पांच साल लगा दिए थे, ग्रामीणों के अनुसार बनने के डेढ़-दो साल बाद ही टूटने लगी थी सड़क। जर्जर सड़क पर आवागमन में हो रही परेशानी से ग्रामीणों और राहगीरों में काफी नाराजगी है। गणेश तांती का कहना है, हमारे गाव का रोड चार साल पहले बना था, निर्माण के साथ ही टूटना शुरू हो गया था। अब तो काफी जर्जर हो चुका है जिसपर आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। जगन्नाथ महतो ने कहा कि रोड जगह जगह उखाड़ चुका है, कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं। साइकिल से आवागमन में भी बहुत परेशानी होती है। मरम्मत होना चाहिए। राजकपूर महतो ने बताया कि भारी वाहनों के आवागमन के कारण सड़क जल्दी से से टूट गया। हालांकि निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखा गया होता तो ऐसा नहीं होता। नोटो मेहता ने कहा कि अलकतरा की मात्रा कम होने के कारण सड़क से गिट्टी जल्दी बाहर निकल आयी। बगैर चप्पल के चलने वाले मजदूरों व महिलाओं को दिक्कत होती है। शोभा रानी भकत का कहना है, जर्जर सड़क पर यात्रा करने के बजाये बाईपास से जाने के लिए अतिरिक्त आठ किलो मीटर सड़क का चक्कर लगाना पड़ता है।