अनावश्यक घरों से बाहर निकलने पर करें कार्रवाई : डीसी
शनिवार को उपायुक्त अरवा राजकमल ने गूगल मीट के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में झारखंड सरकार की ओर से जारी किए गए नए गाइडलाइन के अनुपालन पर चर्चा की गई..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : शनिवार को उपायुक्त अरवा राजकमल ने गूगल मीट के माध्यम से कोरोना संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में झारखंड सरकार की ओर से जारी किए गए नए गाइडलाइन के अनुपालन पर चर्चा की गई। साथ ही स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की अवधि में किए गए विस्तार पर भी चर्चा की गई। इस दौरान उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को नए गाइडलाइन का अनुपालन कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि आपसी समन्वय स्थापित कर सभी मानकों का पालन कराएं। अनावश्यक घरो से बाहर निकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। प्रखंड विकास पदाधिकारियों व अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि अन्य राज्यों या जिलों से सरायकेला-खरसावां जिले में आ रहे व्यक्तियों का कोविड जांच कराएं और सात दिनों तक उन्हें क्वारंटाइन रखने के लिए क्वारंटाइन सेंटर की बेहतर व्यवस्था रखें। क्वारंटाइन सेंटर में बेहतर माहौल बनाएं। सेंटर में साफ-सफाई के साथ-साथ जरूरत की सभी सामग्रियों व किट की सुविधा उपलब्ध कराएं। क्वारंटाइन किए गए श्रमिकों को मनरेगा की विभिन्न योजनाओं में कार्य के लिए जॉब कार्ड उपलब्ध कराएं। यदि राशन कार्ड नहीं बना हो तो संबंधित श्रमिकों का राशन कार्ड बनवाएं। संबंधित क्षेत्र में भूख से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं होनी चाहिए। इस कार्य के लिए मुखिया व ग्राम प्रधान मानकी-मुंडा के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करें। इसके अलावा जिले में रहने वाले कोरोना पाजिटिव लोगों से होम आइसोलेशन में रहने की अपील करें। कोरोना संक्रमितों को इधर-उधर घूमते पाए जाने पर उन्हें क्वारंटाइन सेंटर भेजें। कोविड-19 से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों की करें पहचान : उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिले में कोविड-19 से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों की पहचान करें। तीन दिनों का विशेष अभियान चलाकर सेविका व सहिया के माध्यम से लोगों का फीवर सर्वे कराएं। साथ यह भी चेक करें कि संबंधित घर में कितने लोग हैं। कितने लोगों ने कोविड-19 का टीका लिया है। 10 दिनों के अंदर संबंधित घर में किसी को सर्दी, खांसी, बुखार, लूज मोशन इत्यादि है या नहीं। 30 दिन के अंदर संबंधित घर में किसी का निधन हुआ है या नहीं। निधन का कारण क्या था, घर में बहार से कोई व्यक्ति कैसे पहुंचा, इन बिंदुओ पर जानकारी लेकर कार्यालय में रिपोर्ट उपलब्ध कराएं, ताकि संबंधित लोगों को ससमय इलाज के लिए सूचना दी जा सके। डेटा के अनुसार, अस्वस्थ लोगों को निश्शुल्क में दवा उपलब्ध कराई जाए। उपायुक्त ने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, उन्हें चिन्हित कर युद्धस्तर पर जांच व टीकाकरण कराए जाने की आवश्यकता है, ताकि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके।