साधु संत बनाएंगे राम मंदिर : स्वामी स्वरुपानंद
द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद जी महाराज बुधवार को सरायकेला पहुंचे।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती महाराज ने केंद्र की भाजपा सरकार के कार्यकाल पर अंसतोष जाहिर किया। राम मंदिर का निर्माण जन्मभूमि में ही होनी चाहिए। उक्त बातें जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने सरायकेला में पत्रकारों से बातचीत में कही। स्वामी शंकराचार्य ने राम मंदिर के मुद्दे पर वर्तमान सरकार की ¨खचाई करते हुए कहा राम मंदिर का मुद्दा पहले ही उठाना चाहिए था परंतु पहले नही उठा कर अब फिर से चुनाव पहुंचने पर राम मंदिर का मामला उठाया जा रहा है। जगतगुरु ने कहा कि लोकतंत्र में जनता से किए गए वायदे को पालन करना प्रत्येक दल को आवश्यक है। भाजपा सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सिविल कोड लाने, धारा 370 हटाने व गंगा को अविरल करने जैसे कई वादे किए थे, परंतु अभी एक वादा भी पूरा नहीं किया गया।
जगतगुरु स्वरुपानंद सरस्वती ने कहा कि इस सरकार ने नोटबंदी लाकर भी जनता को परेशान किया। उससे न काला धन आया न कोई अन्य फायदा हुआ। राम मंदिर हम लोग बनवाएंगे। सरकार को कुछ करना ही है तो कोर्ट से स्टे हटवा दे। सरकार अध्यादेश लाए और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में हम साधु-संतो को सहयोग करे। राज्य सरकार अयोध्या में कभी राम मंदिर नहीं बनवा सकती। जब भी मंदिर बनेगा, तो वे साधु-संत ही बनाएंगे। जगतगुरु स्वरुपानंद जी महाराज लगभग चार बजे सरायकेला राजमहल पहुंचे। यहां राजा प्रताप आदित्य ¨सहदेव, रानी अरुणिमा ¨सहदेव सहित कई भक्तों ने शंख ध्वनी से व फूल दे कर उनका स्वागत किया गया। राजमहल में लगभग एक घंटे तक रूके इस दौरान राजपरिवार सहित अन्य भक्तों द्वारा उनका पूजा अर्चना किया गया और प्रसाद भी चढाया। मौके पर कई राजपरिवार के कई सदस्य के साथ साथ स्थानीय लोग भी मौजूद थे।