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कुम्हार प्रजापति समाज के अध्यक्ष बने सुरेश पारित

झारखंड प्रजापति कुम्हार संघ की बैठक रविवार को कुदरसाईं मंदिर प्रांगण में हुई। बैठक में कुम्हार प्रजापति समाज की सामाजिक स्थिति पर चर्चा की गई। इस अवसर पर समाज में एकता बनाए रखने व शिक्षित समाज का निर्माण करने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में सरायकेला-खरसावां जिला कमेटी का पुनर्गठन किया गया..

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Mar 2021 07:10 AM (IST)Updated: Mon, 01 Mar 2021 07:10 AM (IST)
कुम्हार प्रजापति समाज के अध्यक्ष बने सुरेश पारित
कुम्हार प्रजापति समाज के अध्यक्ष बने सुरेश पारित

जागरण संवाददाता, सरायकेला : झारखंड प्रजापति कुम्हार संघ की बैठक रविवार को कुदरसाईं मंदिर प्रांगण में हुई। बैठक में कुम्हार प्रजापति समाज की सामाजिक स्थिति पर चर्चा की गई। इस अवसर पर समाज में एकता बनाए रखने व शिक्षित समाज का निर्माण करने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में सरायकेला-खरसावां जिला कमेटी का पुनर्गठन किया गया। नई कमेटी में सर्वसम्मति से अध्यक्ष सुरेश पारित, उपाध्यक्ष बसंत कुमहार, गणेश कुम्हार, सचिव सुनील प्रजापति, सह सचिव अशोक पंडित, कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध प्रजापति, सह कोषाध्यक्ष रवि प्रजापति, कार्यकारिणी सदस्य में संतोष प्रजापति, विनोद प्रजापति, हुकुम कुम्हार, सदानंद कुम्हार, मनोहर कुम्हार, सर्वेश कुम्हार, मिहिर कुम्हार, पद्म लोचन कुम्हार, अंगद कुम्हार, अधीर कुंभकार, विनोद कुमार प्रजापति, रोहित प्रजापति, रामजी बाबू, तूराम कुम्हार, पलटू प्रजापति, पवन कुंभकार को रखा गया है। प्रदेश प्रतिनिधि में चेतन प्रजापति, सत्यजीत कुम्हार व राजेश्वर पंडित को रखा गया है। सलाहकार समिति में सीताराम कुमार, अधिवक्ता सुबोधचंद्र दास व नारायण चंद्र कुंभकार को रखा गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि विकसित समाज के निर्माण के लिए शिक्षा जरूरी है। साथ ही समाज में फैली कुप्रथा व भ्रांतियों को दूर करना होगा। इसके लिए सामाजिक चेतना व जागरूकता जरूरी है। बैठक में समाज के नेता सह पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल, माटी कला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष चाद प्रजापति, ईश्वर चंद्र प्रजापति, नरेंद्र प्रसाद आदि ने भी सामाजिक एकता पर जोर दिया। मौके पर अशोक पंडित, राजेश्वर पंडित, रवि प्रजापति, विनोद प्रजापति समेत कई उपस्थित थे। माटी कला बोर्ड का पुर्नगठन कर कुम्हार समुदाय को प्रतिनिधित्व देने की मांग : आदिम कुम्हार महासंघ के सचिव सत्येंद्र कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कुम्हार समाज को एकजुट होकर सामाजिक हित में कार्य करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुम्हार समाज का अस्तित्व खतरे में है। कुम्हार शब्द एक सुंदर कलाकार की छवि को दर्शाता है। परंतु कुछ स्वार्थी तत्व समाज को दिगभ्रमित कर बांटने का काम कर रहे हैं। हर समाज में कई उपनाम होते हैं। कुम्हार समाज में भी कुम्हार, पाल, भकत, बेज, बेहला, बेसरा, प्रधान, महतो, प्रजापति, माझी, नायक, कुराल, चौधरी आदि उपनाम हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार द्वारा गठित माटी कला बोर्ड से कुम्हारों को दूर रखा गया। कुछ लोग कुम्हार समाज के लोगों को दिगभ्रमित कर पुन: माटी कला बोर्ड को हथियाने का कुचक्र रच रहे हैं। उन्होंने जल्द से जल्द माटी कला बोर्ड का पुनर् गठन कर कुम्हार समुदाय के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की मांग की है।

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