तोरणद्वार से टकराई बाइक, चालक की मौत
सरायकेला-खरसावां मार्ग पर बुरुडीह में अभिजित कंपनी के पास मंगलवार की देर शाम जीजा को चक्रधरपुर पहुंचा कर आ रहे मधुपुर के 23 वर्षीय युवक की बाइक असंतुलित होकर तोरणद्वार से टकरा गई। जिसमें चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
जासं, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां मार्ग पर बुरुडीह में अभिजित कंपनी के पास मंगलवार की देर शाम जीजा को चक्रधरपुर पहुंचा कर आ रहे मधुपुर के 23 वर्षीय युवक की बाइक असंतुलित होकर तोरणद्वार से टकरा गई। जिसमें चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बुधवार को खरसावां पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराते हुए अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सौंप दिया।
सरायकेला थानांतर्गत मधुपुर के युवक सागर महतो मंगलवार को अपने जीजा को उनके घर पहुंचाने बाइक से चक्रधरपुर गया था। शाम को वह खरसावां होते हुए घर वापस आ रहा था। इस बीच बुरुडीह में अभिजित कंपनी के पास तेज गति से आ रही सागर महतो की बाइक असंतुलित होकर पर्यटन विभाग के बने तोरणद्वार से टकराई और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। लॉकडाउन एवं धारा 144 लागू होने के कारण सड़कों पर लोगों का आवागमन नहीं होने के कारण शव घंटों पड़ा रह गया। कई घंटे बाद किसी की नजर पड़ी तो एंबुलेंस को सूचना दी। एंबुलेंस से सागर के शव को सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर ने मौत की पुष्टी की।
हेलमेट पहने होता तो बच सकती थी जान
सागर महतो हेलमेट पहने होता तो शायद उसकी जान बच जा सकती थी। उसके पास हेलमेट तो था पर पहने नहीं था। सागर हेलमेट लेकर गया था। परंतु आते समय हेलमेट नहीं पहने था। वहीं स्वजनों का कहना है कि सागर महतो हेलमेट लगाया होता तो शायद उसकी जान बच जा सकती थी।
इकलौता कमाऊ बेटा था सागर
पिता बलराम महतो ने बताया कि दो बेटे एवं दो बेटियों में सागर बड़ा था और घर की सारी जिम्मेदारी उसी पर थी। घर का वह एक मात्र कमाऊ सदस्य था। उसकी मौत से परिवार बेसहारा हो गया।