शहर में भाईयों की कलाई पर बंधी राखी, गांव में मना गोम्हा परब
भाई-बहन के अटूट स्नेह का त्योहार रक्षाबंधन पर इस वर्ष कोरोना का संकट मंडराता दिखा। साथ रह रही बहनों ने रक्षाबंधन के सभी अनुष्ठानों को पूरा कर अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी और भाई ने उपहार के साथ आजीवन रक्षा करने का वचन दिया।
जागरण संवाददाता, सरायकेला : भाई-बहन के अटूट स्नेह का त्योहार रक्षाबंधन पर इस वर्ष कोरोना का संकट मंडराता दिखा। साथ रह रही बहनों ने रक्षाबंधन के सभी अनुष्ठानों को पूरा कर अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी और भाई ने उपहार के साथ आजीवन रक्षा करने का वचन दिया। वहीं अपने घर से दूर रह रहे भाई-बहनों ने वीडियो कॉल पर भाई की आरती की और रक्षाबंधन के सभी नियमों का पालन किया। वीडियो कॉल पर भाईयों ने बहनों के आशीष के साथ स्वयं उनके नाम पर राखियां बांध ली। कोविड केयर सेंटर में भी मना रक्षाबंधन उत्सव
डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर दुगनी और कोविड केयर सेंटर मांगूडीह में भी रक्षाबंधन उत्सव मनाया गया। जहां पीपीई कीट पहने एएनएम नर्सों ने संबंधित केंद्रों में इलाजरत कोरोना संक्रमित मरीजों को राखियां बांधी। संक्रमण के इस काल में इस इनोवेशन को लेकर बताया गया कि चित प्रसन्न होना भी इम्युनिटी डेवलपमेंट का बड़ा पार्ट है, जो कोरोना के संक्रमण से लड़ने में कारगर साबित हो सकता है। गांवो में मना गोम्हा परब
ग्रामीण इलाकों में भी परंपरागत गोम्हा पर्व मनाया गया। ईष्ट देव की आराधना करते हुए घरों में पीठा पकवान बनाए गए। परंपरा के तहत बेस्टम पुजारी ने घर-घर जाकर रक्षा सूत्र बांध परिवार के सुरक्षा की मंगल कामना की।