36 बेड के क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए हैं 47 लोग
सरायकेला खरसावां जिले के सीनी में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। 36 बेड वाले इस सेंटर में 47 लोग रखे गए हैं। यही नहीं लोगों को सुबह-शाम खाने में दाल-भात दिया जा रहा है। सेंटर में बच्चे व महिलाएं भी हैं। बच्चे सो कर उठते ही खाना मांगते हैं लेकिन नाश्ता सुबह 11 बजे मुहैया कराया जाता है।
जासं, सरायकेला : सरायकेला खरसावां जिले के सीनी में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। 36 बेड वाले इस सेंटर में 47 लोग रखे गए हैं। यही नहीं लोगों को सुबह-शाम खाने में दाल-भात दिया जा रहा है। सेंटर में बच्चे व महिलाएं भी हैं। बच्चे सो कर उठते ही खाना मांगते हैं लेकिन, नाश्ता सुबह 11 बजे मुहैया कराया जाता है।
यहां रखे गए प्रवासी मजदूरों का कहना है कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं भी मयस्सर नहीं है। साफ-सफाई बदहाल है। यहां रह रहे लोगों को खुद सफाई करनी पड़ रही है। सुबह में नाश्ते में चूड़ा दिया जा रहा है। रात में रोटी की मांग कई बार की गई, पर रोटी नहीं मिली। दक्षिण पूर्व रेलवे क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान के छात्रावास में बनाए गए इस क्वारंटाइन सेंटर के हर कमरे में तीन बेड लगाए गए हैं। 36 बेड में 47 लोगों को रखा गया। सुबह 11 बजे नाश्ता तथा दोपहर तीन बजे व रात के 10 बजे खाना दिया जाता है। हालांकि, सेंटर को प्रतिदिन दो बार सैनिटाइज जरूर किया जाता है। सेंटर में कुल 47 लोगों में 15 छोटे बच्चे हैं। महिलाओं ने बताया कि पेट भर खाना मिलता है परंतु बच्चों को दूध एवं बिस्कुट नहीं मिलता है। इसके लिए बच्चे परेशान करते हैं। गुजरात में रहकर मजदूरी करने के कारण चावल के साथ रोटी खाने की आदत हो गई है। दोनों वक्त चावल मिलने से परेशानी हो रही है। चावल के साथ दाल, आलू और कभी-कभी सोयाबीन की सब्जी दी जाती है। दाल पानी की तरह होता है। सब्जी में कोई स्वाद नहीं रहता है। यहां पीने के लिए ठंडा पानी नहीं मिल रहा है, जिसके कारण प्यास नहीं बुझती। नहाने के लिए पांच रुपये वाला साबुन दिया जाता है। उसी से कपड़ा भी धोना पड़ता है। महिलाओं को सेनेटरी पैड भी नहीं मिल रहा है।
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मुख्यमंत्री को मामले से कराएंगे अवगत : मंत्री
सीनी के क्वारंटाइन सेंटर में बच्चों और महिलाओं को समय पर खाना नहीं मिलने के मामले में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि केंद्रों पर 60 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से भोजन देने की व्यवस्था सरकार ने कर रखी है। हालाकि, केंद्र प्रभारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वहा रह रहे लोगों को समय पर भोजन दिया जाये। नाश्ता हर हाल में सुबह नौ बजे तक मिल जाना चाहिए। सीनी के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवगत कराया जायेगा। बच्चों व महिलाओं को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जायेगी।