विधायक निधि से हाथिया गांव में पीसीसी रोड का होगा निर्माण
खरसावां विस क्षेत्र के मुरूप पंचायत स्थित हाथिया गांव में शिव मंदिर से छोटे लेयांगी के घर तक पीसीसी पथ निर्माण की योजना को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। पीसीसी पथ के निर्माण पर लगभग आठ लाख रुपये खर्च होंगे..
संवाद सूत्र, खरसावां : खरसावां विस क्षेत्र के मुरूप पंचायत स्थित हाथिया गांव में शिव मंदिर से छोटे लेयांगी के घर तक पीसीसी पथ निर्माण की योजना को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। पीसीसी पथ के निर्माण पर लगभग आठ लाख रुपये खर्च होंगे। विधायक दशरथ गागराई की अनुशंसा पर उपविकास आयुक्त प्रवीण गागराई ने संबंधित योजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस योजना का क्रियान्वयन क्षेत्रीय प्रबंधक झालको के माध्यम से किया जाएगा। विधायक दशरथ गागराई ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पूर्व ही क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने संबंधित पथ निर्माण की मांग की थी। बीईईओ की गिरफ्तारी की मांग को ले वर्चुअल धरना 30 को : गम्हरिया-1 स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायबासा की शिक्षिका राधी पूर्ति बनाम प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्रा का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आदिवासी समाज के धरने के बाद अब कोल्हान प्रमंडल के शिक्षक-शिक्षिकाएं 30 मई को 30 मई को अपने-अपने घरों में एक घंटे का सांकेतिक धरना देंगे। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के कोल्हान प्रमंडल अध्यक्ष अजय कुमार साहू ने कहा कि वर्चुअल धरना के दौरान सिर्फ दो नारे दिए जाएंगे। पहला आदिवासी शिक्षिका राधी पूर्ति को न्याय दो व दूसरा शिक्षिका राधी पूर्ति पर जातिसूचक टिप्पणी करने वाले भ्रष्ट बीईईओ कानन कुमार पात्रा को गिरफ्तार करो। संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक दत्ता ने बताया कि द्वितीय सर्विस बुक के लिए आवेदन देने वाली शिक्षिका राधी पूर्ति के साथ प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्रा ने अशोभनीय व्यवहार कर जाति सूचक शब्द का प्रयोग किया था। साथ ही द्वितीय सेवा पुस्तिका बनाने के नाम पर प्रताड़ित करने व भ्रष्ट आचरण करने का मामला सामने आया है। इस मामले को लेकर पीड़ित शिक्षिका राधी पूर्ति ने बीईईओ कानन कुमार पात्रा के खिलाफ आदित्यपुर थाने में सात मई को एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज कराया है। परंतु 15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी बीईईओ के खिलाफ पुलिस स्तर से न तो कोई कार्रवाई की गई, और न ही आरोपित बीईईओ को पद से हटाया गया। उन्होंने बताया कि प्रमंडल के तीनों जिला के जिला स्तरीय व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों व सदस्यों से सांकेतिक धरना को सफल बनाने का आह्वान किया गया है।