45 क्विंटल खाद्यान्न गायब करने के मामले में दो पीडीएस डीलरों का लाइसेंस निलंबित
गरीबों के 45 क्विंटल अनाज गायब करने के मामले में सरायकेला अनुमंडल अधिकारी रामकृष्ण कुमार ने दो पीडीएस डीलरों को निलंबित कर दिया है। साथ ही इस मामले में डोर स्टेप डिलीवरी के परिवहन अभिकर्ता आनंद कुमार को उन्होंने क्लीन चिट दे दिया है..
जासं, सरायकेला : गरीबों के 45 क्विंटल अनाज गायब करने के मामले में सरायकेला अनुमंडल अधिकारी रामकृष्ण कुमार ने दो पीडीएस डीलरों को निलंबित कर दिया है। साथ ही इस मामले में डोर स्टेप डिलीवरी के परिवहन अभिकर्ता आनंद कुमार को उन्होंने क्लीन चिट दे दिया है। सरायकेला अनुमंडल अधिकारी रामकृष्ण कुमार के निर्देश पर बीडीओ मृत्युंजय कुमार ने रविवार को कृषोपुर बेरगाडीह गांव के पीडीएस डीलर गणेश तियू से 45 क्विंटल गायब खाद्यान्न मामले में पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान गणेश तियू ने स्वीकार किया था कि गरीबों का 45 क्विंटल खाद्यान्न रास्ते से गायब नहीं हुआ था, बल्कि उसी ने खाद्यान्न का उठाव किया था। जांच के दौरान सीनी स्थित पीडीएस डीलर हर्षित रजक के गोदाम से पीडीएस डीलर गणेश तियू के पीडीएस दुकान की 45 क्विंटल खाद्यान्न भी बरामद की गई। एसडीओ ने इस मामले संलिप्त दोनों पीडीएस डीलर गणेश तियू व हर्षित रजक के पीडीएस दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि जांच के क्रम में पाया गया कि पीडीएस डीलर गणेश तियू की जन वितरण प्रणाली की दुकान को पूर्व में सीनी के हर्षित रजक की जन वितरण प्रणाली के दुकान के साथ टैग किया गया था। गणेश तियू हर्षित रजक के पीडीएस दुकान से ही खाद्यान्न का उठाव करता था। फरवरी में परिवहन अभिकर्ता को जानकारी दिए बिना टैग हटा लिया गया था। चूंकि परिवहन अभिकर्ता को इस बात की जानकारी नहीं थी, इसलिए पूर्व की तरह गणेश तियू के जन वितरण प्रणाली का खाद्यान्न हर्षित के गोदाम में डंप किया जा रहा था। इसके बावजूद हर्षित व गणेश ने परिवहन अभिकर्ता पर 45 क्विंटल खाद्यान्न गायब करने का आरोप लगाया था। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो चुकी है। बीडीओ मृत्युंजय कुमार की जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों पीडीएस डीलरों का लाइसेंस निलंबित किया गया है। इसके अलावा अन्य मामलों की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी मृतुंजय कुमार, अंचलाधिकारी सुरेश कुमार सिन्हा व एलईओ विमला तिर्की शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान दोषी पाए जाने वाले पीडीएस डीलरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।