शराब पीने से मना किया तो पति ने पत्नी को किया लहूलुहान
शुक्रवार को सरायकेला में लगाए गए साप्ताहिक हाट में देर शाम जड़ी-बूटी की बिक्री करने वाले राजेश बड़ाईक ने नशे की हालत में अपनी पत्नी चांदमुनी बड़ाईक को पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बताया जा रहा है कि चाईबासा निवासी पति-पत्नी साप्ताहिक हाट में जड़ी बूटी की बिक्री करते हैं..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : शुक्रवार को सरायकेला में लगाए गए साप्ताहिक हाट में देर शाम जड़ी-बूटी की बिक्री करने वाले राजेश बड़ाईक ने नशे की हालत में अपनी पत्नी चांदमुनी बड़ाईक को पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बताया जा रहा है कि चाईबासा निवासी पति-पत्नी साप्ताहिक हाट में जड़ी बूटी की बिक्री करते हैं। शुक्रवार को साप्ताहिक हाट में राजेश ने अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन किया था। जब उसकी पत्नी चांदमुनी बड़ाईक ने शराब पीने से मना किया तो राजेश बड़ाईक ने उसकी पिटाई कर दी। घायल चांदमुनी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार किया। घटना के बाद सरायकेला पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और मामले की जांच में जुट गई। जन्म-मृत्यु निबंधन से संबंधित तकनीकी समस्याओं के समाधान की दी जानकारी : प्रखंड सभागार में शुक्रवार को जिला सांख्यिकी पदाधिकारी फैजान सरवर की अध्यक्षता में जिलास्तरीय जन्म-मृत्यु निबंधन से संबंधित एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित की गई। इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने अधिनियम 1969 के प्रावधानों के तहत जमीनी स्तर पर हो रही समस्याओं को कैसे दूर किया जाए, इसकी जानकारी दी। जन्म-मृत्यु प्रभारी गंगा सागर (जन्म मृत्यु) ने जन्म-मृत्यु के आवेदन प्रपत्र संख्या-1, प्रपत्र संख्या-2 व प्रपत्र संख्या-3 की जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रखंड प्रभारी सांख्यिकी पर्यवेक्षक विमला तिर्की, श्रेयास, कुंवर सिंह, सीमा आहुंद और सरायकेला, खरसावां व कुचाई के सभी पंचायत सचिव जन्म-मृत्यु सह-निबंधक, सभी प्रखंडों के निबंधन कंप्यूटर आपरेटर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे। नीलकंठ दिवस पर प्रचारक संघ ने बांटा जरुरतमंदों के बीच कंबल : आनंद मार्ग प्रचारक संघ जिला शाखा के तत्वावधान में शुक्रवार को आनंद मार्ग स्कूल कांड्रा में नीलकंठ दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि समाज के लिए कुछ नया करने के प्रयास के लिए उन्हें मृत्यु का सामना करना पड़ा। जिस प्रकार भगवान शिव को जहर पीना पड़ा, ईसा मसीह को शूली पर चढ़ा दिया गया। वैसे ही, आनंद मार्ग के संस्थापक श्रीश्री आनंदमूर्ति को बिहार के बांकीपुर केंद्रीय कारागार में 12 फरवरी 1973 को दवा के नाम पर विष का कैप्सूल दिया गया था। तब से आनंद मार्ग की ओर से संपूर्ण विश्व में प्रतिवर्ष 12 फरवरी को नीलकंठ दिवस मनाया जाता है। सभी को उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने समाज को एक नई दिशा देने का कार्य पूरे साहस के साथ करने का बीड़ा उठाया था। नीलकंठ दिवस के दिन 46 जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण किया गया। मौके पर भर्तृहरि, बसंत राम देव, भरत बर्मन व रोबिन समेत कई उपस्थित थे।