एक ही परिवार के चार सदस्य दिव्यांग, मिलेगा पेंशन
खूंटपानी प्रखंड के मटकोबेड़ा पंचायत स्थित केंदूलोटा गांव में दुरु बानरा के परिवार के चार सदस्य दिव्यांग हैं। जानकारी के अनुसार दुरु बानरा की पत्नी बेरेल बानरा (50) बेटी लुदरी बानरा (17) बेटा गुलिया बानरा (27) व घनश्याम बानरा (15) दिव्यांग हैं..
संवाद सूत्र, खरसावां : खूंटपानी प्रखंड के मटकोबेड़ा पंचायत स्थित केंदूलोटा गांव में दुरु बानरा के परिवार के चार सदस्य दिव्यांग हैं। जानकारी के अनुसार, दुरु बानरा की पत्नी बेरेल बानरा (50), बेटी लुदरी बानरा (17), बेटा गुलिया बानरा (27) व घनश्याम बानरा (15) दिव्यांग हैं। दुरु बानरा ने बताया कि उसके दो बेटा व एक बेटी जन्म के समय से ठीक थे। चार-पांच वर्ष की उम्र में हाथ-पैर से वे दिव्यांग हो गए। दिव्यांग होने का कारण अब तक पता नहीं चल सका है। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी बेरेल बानरा भी पहले ठीक-ठाक थी। बाद में लकवा के कारण विकलांग हो गई। अब बिना किसी सहारा के चल नहीं पाती है। दुरु बानरा का बड़ा बेटा फिलहाल ठीक-ठाक है। परंतु शादी के बाद वह अपने पिता से अलग रहता है। उनके एक पुत्र गुलिया बानरा को पूर्व से ही दिव्यांग पेंशन मिलता था, जबकि दो अन्य दिव्यांग पुत्र-पुत्री को दिव्यांग पेंशन नहीं मिल रहा था। दुरु बानरा को भी वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा था। पिछले दिनों सांसद प्रतिनिधि अमित केसरी ने घनश्याम बानरा व लुदरी बानरा को दिव्यांग पेंशन व दुरु बानरा के माध्यम से वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन कराया था। इसके बाद उन्हें पेंशन की स्वीकृति मिल गई है। खूंटपानी दौरा के दौरान केंद्रीय मंत्री ने तीनों को पेंशन स्वीकृति पत्र प्रदान किया। घनश्याम बानरा व लुदरी बानरा का दिव्यांगता 60 प्रतिशत है। अब दुरु बानरा के परिवार के चारों सदस्यों को पेंशन योजना का लाभ मिलेगा। केवि में हुई राखी बनाओ प्रतियोगिता में शामिल हुए बच्चे : शनिवार को केंद्रीय विद्यालय पोड़ाडीह पोड़ाडीह में सीसीए कार्यक्रम के तहत स्कूली छात्रों के बीच ऑनलाइन राखी बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अलग-अलग कक्षा के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और आकर्षक व मनमोहक राखियां तैयार की। स्कूल के प्राचार्य वीपी विमल के दिशा निर्देश पर सीसीए प्रभारी सांत्वना मैथी की देखरेख में स्कूली छात्रों ने इस प्रतियोगिता में बढ़- चढ़कर भाग लिया। प्राचार्य ने बताया कि रविवार को भाई-बहन के प्रेम व स्नेह के प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने राखी बनाओ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों के प्रयास की सराहना की। कहा, भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार सांस्कृतिक व भावनात्मक दृष्टि से अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। सीसीए प्रभारी ने कहा कि प्रतियोगिता के श्रेष्ट प्रतिभागियों को स्कूल खुलने पर पुरस्कृत किया जाएगा। राखी बनाओ प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य घरेलू व हस्त निर्मित राखियों व वस्तुओं को बढ़ावा देना है।