तीन टोल गेट पर नहीं लगा फास्टैग मशीन, पुराने सिस्टम से चल रहा काम
राज्य सरकार की ओर से फास्टैग मशीन नहीं लगाए जाने के कारण पश्चिम सिंहभूम व सरायकेला के तीन टोल गेट पर फास्टैग सिस्टम अब तक शुरू नहीं हो जा सका है। फास्टैग की व्यवस्था नहीं होने के कारण टोल गेट पर नियमों का पालन करने में काफी परेशानी हो रही है..
मो. तकी, सरायकेला
राज्य सरकार की ओर से फास्टैग मशीन नहीं लगाए जाने के कारण पश्चिम सिंहभूम व सरायकेला के तीन टोल गेट पर फास्टैग सिस्टम अब तक शुरू नहीं हो जा सका है। फास्टैग की व्यवस्था नहीं होने के कारण टोल गेट पर नियमों का पालन करने में काफी परेशानी हो रही है। पांड्रशाली टोल गेट के कर्मियों ने बताया कि चाईबासा-कांड्रा सड़क मार्ग राज्य सरकार के दायरे में आता है। लिहाजा फास्टैग मशीन लगाने का काम राज्य सरकार को करना है। परंतु अब तक पश्चिमी सिंहभूम के पांड्राशाली, सरायकेला-खरसावां के कांड्रा व गिदीबेड़ा टोल गेट पर फास्टैग मशीन नहीं लगाया गया है। जिसके कारण फास्टैग से बिल नहीं लिया जा रहा है। फिलहाल इन तीनों टोल गेट का संचालन मनदीप इंटरप्राइजेज की ओर से किया जा रहा है। कर्मियों के अनुसार, फास्टैग मशीन लगाने से लोगों को सुविधा होगी। उन्हें पैसा कटाने व पर्ची लेने के लिए लंबी लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। फास्टैग मशीन फास्टैग अकाउंट में रखा पैसा स्वत: काट लेगा। छोटी गाड़ियों के लिए फास्टैग अकाउंट में कम से कम 180 रुपये रखना अनिवार्य है, जबकि बड़ी गाड़ियों के लिए पांच सौ रुपये। इससे कम पैसा रहने पर उन्हें डबल चार्ज चुकाना पड़ेगा। फास्टैग मशीन स्वत: गाड़ी का नंबर स्कैन कर उनके अकाउंट से पैसा काट लेगा। कर्मी ने बताया कि नेशनल हाइवे सड़क पर केंद्र सरकार ने 90 फीसद से अधिक टोल गेट पर फास्टैग मशीन लगा दिया है। वर्तमान में टोल गेट पर एक ओर से आने पर 50 रुपये का शुल्क लगता है, जबकि 24 घंटा के अंदर रिटर्न होने पर 75 रुपये का शुल्क देना पड़ता है। इस प्रकार वाहन मालिक को 25 रुपये का फायदा होता है। टोल गेट पर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।