कुचाई में डिग्री कालेज व आइटीआइ प्रशिक्षण केंद्र खोलने की मांग
कुचाई के स्थानीय लोगों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम विधायक दशरथ गागराई को ज्ञापन सौंप क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं की जानकारी दी। समाजसेवी रामचंद्र सोय के नेतृत्व में विधायक को ज्ञापन सौंपा गया।
संवाद सूत्र, खरसावां : कुचाई के स्थानीय लोगों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम विधायक दशरथ गागराई को ज्ञापन सौंप क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं की जानकारी दी। समाजसेवी रामचंद्र सोय के नेतृत्व में विधायक को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि कुचाई प्रखंड ग्रामीण एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। शिक्षा, सिंचाई, रोजगार व मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं में यह क्षेत्र पिछड़ा हुआ है। प्रखंड में डिग्री कालेज नहीं होने के कारण छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में परेशानी हो रही है। प्रखंड के सभी प्लस-2 विद्यालयों में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई नहीं होती है। इसलिए सभी प्लस टू विद्यालयों में साइंस व कामर्स की पढ़ाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही कुचाई में एक डिग्री कालेज व आइटीआई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना करने की भी मांग की गई। केरकेट्टा मोड़ से गोपीडीह चौक व कुचाई चौक से अरुवां चौक तक सड़क दुरुस्त करने की मांग :
ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कुचाई स्थित केरकेट्टा मोड़ से गोपीडीह चौक व कुचाई चौक से अरुवां चौक तक सड़क दुरुस्त कराने की मांग की गई है। इसके अलावा कुचाई में चार माह से बंद पड़े स्थायी आधार पंजीकरण केंद्र को चालू करने, किसानों की सुविधा के लिए खेत में जोताई व धान रोपाई इत्यादि का काम मनरेगा के माध्यम से कराने, सिंचाई के लिए सोना नाला में लिफ्ट इरिगेशन की व्यवस्था करने, असमय बारिश से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने, कुचाई में बस पड़ाव का निर्माण कराने और कुचाई में एसबीआइ की शाखा स्थापित करने की मांग की गई है। साथ ही धान की खरीदारी जुलाई माह तक करने, ससमय किसानों को राशि भुगतान करने, प्रखंड कार्यालय के समीप कोल्ड स्टोरेज खोलने की मांग की गई। मुख्यमंत्री व सरकार तक पहुंचाएंगे कुचाई के लोगों की मांग : विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि प्राथमिकता क आधार पर जन समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की मांगों को मुख्यमंत्री व सरकार तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। मौके पर 20 सूत्री अध्यक्ष राम सोई, तुराम सोय, धर्मेंद्र सिंह मुंडा, रावण सुंब्रुई, धर्मेंद्र शांडिल, गारदी सोय, धनश्याम सोय, राहुल सोय, मुन्ना सोय, गुलाब सिंह सोय, मनोज कुमार मुदुईया, जगन्नाथ महतो, कृष्णा सोय, चंपई सोय, बनवारी लाल सोय, संगल सिजुई, सितंबर गुंदुवा, विक्रांत गोप, हिदू सोय, रामाय सोय आदि उपस्थित थे।