कुचाई के पोंडाकाटा में करियर काउंसलिग का आयोजन
कुचाई प्रखंड के पोंडाकाटा गांव में कुजूर कोचिग सेंटर में शनिवार को मैट्रिक व इंटर (सत्र 20-21) पास सभी छात्र-छात्राओं का करियर काउंसलिग व सम्मान सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का आयोजन कुजूर फाउंडेशन के अध्यक्ष कुजूर कोचिग सेंटर के संचालक व बुद्धिजीवी लोगों के सहयोग से किया गया।
संवाद सूत्र, खरसावां : कुचाई प्रखंड के पोंडाकाटा गांव में कुजूर कोचिग सेंटर में शनिवार को मैट्रिक व इंटर (सत्र 20-21) पास सभी छात्र-छात्राओं का करियर काउंसलिग व सम्मान सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का आयोजन कुजूर फाउंडेशन के अध्यक्ष, कुजूर कोचिग सेंटर के संचालक व बुद्धिजीवी लोगों के सहयोग से किया गया। इस दौरान कुजूर फाउंडेशन के अध्यक्ष विनोद बिहारी कुजुर ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य छात्रों के प्रतिभाओं का तराशना है। ताकि हुए आगे बढ़ सके। हम चाहते हैं कि छात्रों को एक अच्छा मार्गदर्शक मिले। जिससे छात्र अपने नक्शे को लेकर आगे भटके नहीं। कुजूर फाउंडेशन इस दिशा में छात्रों को नई दिशा और दशा प्रदान करने में गणमान्यों के साथ बाखूबी करेगी। शुरुआत छोटी जरूर हो सकती है लेकिन लक्ष्य बहुत बड़ा है। कुजूर फाउंडेशन छात्रों के भविष्य को लेकर काफी चितित है। वहीं
पोंडाकाटा पंचायत के मुखिया अनुराधा उरांव ने कहा कि आज के छात्र देश के भविष्य हैं। समाज में व्यापक कुप्रथा, अज्ञानता, नशापान आदि का उन्मूलन शिक्षा से ही संभव है। सरकार भी शिक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। इस दौरान 17 छात्र छात्राओं को कुजूर फाउंडेशन की ओर से सम्मानित भी किया गया। मौके पर कुजूर कोचिग सेंटर के संचालक मनोज कुमार उरांव, सह संचालक पीटर कुजूर, आदित्य उरांव, गोवर्धन माहली, जगन्नाथ उरांव, पार्वती उरांव, गुरुचरण महतो आदि थे। हाथी ने युवक को सूंड में लपेटकर फेंका : बिटापुर के सोखानडीह टोला में 25 अगस्त की रात खेत से लौट रहे मुकुंद उरांव (35) को जंगली हाथी ने सूंड में लपेटकर फेंक दिया। इस घटना में वह बाल बाल बच लेकिन गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे खरसावां सीएचसी में भर्ती कराया गया है। इससे पहले हाथी को मुकुंद फेंकते देख ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू किया जिसके बाद हाथी भाग गया। 16 अगस्त की रात भी हाथी ने खरसावां के विषेयगोड़ा में एक युवक की पटक कर जान ले ली थी। हाथियों के बढ़ते उपद्रव के बावजूद भी वन क्षेत्र पदाधिकारी निष्क्रीय है। किसान वन विभाग के कार्यालय के चक्कर काट रहे है, परंतु वन क्षेत्र पदाधिकारी अपने कार्य क्षेत्र से बाहर है।