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पूर्व मुखिया ने मुखिया का बालू लदा ट्रैक्टर पकड़ा

सरायकेला-खरसावां जिले में रोक के बावजूद बालू के अवैध उत्खनन और ढुलाई जारी है। पुलिस प्रशासन मूक दर्शक की भूमिका में है। सरायकेला प्रखंड के मुड़कुम पंचायत के पूर्व मुखिया गणेश गागराई ने पंचायत के वर्तमान मुखिया प्रमिला हेंब्रम के ट्रैक्टर को बालू के साथ पकड़ लिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 12:41 AM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 12:41 AM (IST)
पूर्व मुखिया ने मुखिया का बालू लदा ट्रैक्टर पकड़ा
पूर्व मुखिया ने मुखिया का बालू लदा ट्रैक्टर पकड़ा

जासं, सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले में रोक के बावजूद बालू के अवैध उत्खनन और ढुलाई जारी है। पुलिस प्रशासन मूक दर्शक की भूमिका में है। सरायकेला प्रखंड के मुड़कुम पंचायत के पूर्व मुखिया गणेश गागराई ने पंचायत के वर्तमान मुखिया प्रमिला हेंब्रम के ट्रैक्टर को बालू के साथ पकड़ लिया। तकरीबन 5:30 घंटे तक आरोप-प्रत्यारोप का हाई वोल्टेज ड्रामा दोनों के बीच चला। बाद में पूर्व मुखिया के हट जाने पर मुखिया द्वारा पकड़े गए ट्रैक्टर की दूसरी चाभी से चालू कर ले जाया गया। मजे की बात यह रही कि इस दरम्यिान हुई गतिविधि की जानकारी सरायकेला थाना पुलिस को रहने के बावजूद भी ट्रैक्टर ले जाने के बावजूद पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। थाने में दोनों पक्ष की बातें सुनी गई लेकिन मामला प्रत्यक्ष नहीं होने के कारण केस दर्ज नहीं हो पाया।

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आइए देखते हैं कैसे चला बालू लदे ट्रैक्टर की धरपकड़

स्थानीय ग्रामीणों की बार-बार शिकायत के बाद पूर्व मुखिया ने घर के सामने ही बालू लदे ट्रैक्टर को सुबह के तकरीबन सात बजे रोक लिया। जिसकी सूचना पूर्व मुखिया ने सरायकेला थाना को भी दी। परंतु मामले में पुलिस करीब छह घंटे बाद जांच के लिए दिन के एक बजे गांव पहुंची। इस दौरान पूर्व मुखिया की सूचना पर ना तो जिला खनन पदाधिकारी ने फोन उठाया गया। और ना ही कार्रवाई की गई।

समूचा गांव है जांच का विषय : वर्तमान में बालू के कारोबार को इसमें शामिल सभी वर्गों द्वारा बड़ा पॉकेट माना जा रहा है। इसे लेकर नदी किनारे स्थित उक्त गांव में अवैध बालू के दर्जनों डंप एरिया बनाए गए हैं। जिनके तथाकथित सफेदपोशों के संरक्षण में संचालित होने की बात बताई जा रही है। कसने क्या कहा:-

पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रशासन और सरकार द्वारा अवैध उठाव और ढुलाई पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद मुखिया के संरक्षण में चल रहे बालू की अवैध ढुलाई पर नियंत्रण को ट्रैक्टर रोका गया था। सूचना पुलिस को देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। और मुखिया द्वारा घर पहुंच कर पूर्व में 2016 की तरह मामले में फंसा दिए जाने की धमकी दी गई है।''

गणेश गागराई, पूर्व मुखिया मुड़कुम पंचायत। किसी भी प्रकार की धमकी नहीं दी गई है। चालक से जबरन चाबी छीन ली थी। मांगे जाने पर गाली गलौज करते हुए मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

प्रमिला हेंब्रोम, वर्तमान मुखिया, मुड़कुम पंचायत।


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