नक्सल प्रभावित एवं सुदुरवर्ती पहाड़ी क्षेत्र से मतदान कर्मी सकुशल वापस लौटे
ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित एवं सुदूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में अवस्थित बूथों के मतदान कर्मी गुरुवार को मतदान कराते हुए शुक्रवार को सकुशल वापस लौटे।
जासं, सरायकेला : ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित एवं सुदूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में अवस्थित बूथों के मतदान कर्मी गुरुवार को मतदान कराते हुए शुक्रवार को सकुशल वापस लौटे। मतदान केंद्रों की ओर जाते समय जो घबराहट थी, वापस लौटने पर चिता मुक्त और चेहरे पर मुस्कराट झलक रही थी।
जानकारी हो कि 12 दिसंबर गुरुवार को होने वाले मतदान के लिए नक्सल प्रभावित सुदूरवर्ती दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में अवस्थित 157 मतदान केंद्र के मतदान दल बुधवार को ही रवाना हो गए थे। 157 मतदान केंद्र के लिए 25 सेक्टर बनाए गए थे जहां मतदान कर्मियों के ठहरने की सारी व्यवस्था की गई थी। बुधवार को ईवीएम, वीवीपैट एवं मतदान सामग्री लेकर मतदान कर्मी बूथ की ओर रवाना हुए और मतदान कराने के बद उसी क्लस्टर में रात में रुके। शुक्रवार को बस से गए मतदान कर्मी सड़क मार्ग से वापस केएस कॉलेज पहुंचे और सारे कागजात के साथ इवीएम व वीवीपीट जमा कराए।
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सुरक्षित मतदान प्रक्रिया को लेकर दिखा मतदान कर्मियों में उत्साह
नक्सल प्रभावित इलाकों में मतदान कर्मियों को भेजने के लिए जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई थी। उपायुक्त ए दोड्डे ने सुरक्षित रूप से कर्मियों के लौट आने पर सभी को लोकतंत्र के प्रति उनके योगदान के लिए बधाई दी। डीसी ने कहा कि उग्रवाद प्रभावित कुछ ऐसे इलाके थे, जिसे पहले चिन्हित कर उन इलाकों में पोलिग पार्टी को एक दिन पहले पहुंचाना तय था। वैसे मतदान कर्मियों को एक दिन पहले भेजा गया था। एसपी कार्तिक एस का कहना है कि पोलिग पार्टी में सभी मतदान कर्मियों को क्लस्टर से लेकर बूथ तक ले जाने और सुरक्षित लाने की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन की थी। मतदान कर्मियों की सुरक्षा को लेकर बेहतर इंतजाम किए गए थे।