जल जीवन मिशन से छोटे-छोटे टोलों को भी जोड़ें : उपायुक्त
शनिवार को उपायुक्त इकबाल आलम अंसारी की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन को लेकर उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई। एस अवसर पर सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा समेत सांसद व विधायक प्रतिनिधि व कई अधिकारी उपस्थित थे। कार्यशाला में मिशन के तहत हर घर को नल-जल से जोड़ने विद्यालयों स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों में जल सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया..
जागरण संवाददाता, सरायकेला : शनिवार को उपायुक्त इकबाल आलम अंसारी की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन को लेकर उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई। एस अवसर पर सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा समेत सांसद व विधायक प्रतिनिधि व कई अधिकारी उपस्थित थे। कार्यशाला में मिशन के तहत हर घर को नल-जल से जोड़ने, विद्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनबाड़ी केंद्रों में जल सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया। डीसी ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जिले के छोटे-छोटे टोले को भी चिन्हित किया जाए, जहां हर घर में नल के माध्यम से स्वच्छ जल पहुंचाया जा सके। कहा, पहले चरण में विद्यालयों, स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों व पंचायत भवनों में जल संयोजन किया जाए। डीडीसी प्रवीण गागराई ने सभी बीडीओ को प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधियों व आम लोगों को योजना के प्रति जागरुक करने का निर्देश दिया। कहा, जल संचयन के विभिन्न कार्यक्रमों में ग्रामीणों को भी सहयोगी बनाएं, ताकि वे इस दिशा में जागरूक हो सकें। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता रंजीत ठाकुर ने जिले में जल जीवन मिशन के तहत किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। बताया कि जल जीवन मिशन के तहत वर्ष 2024 तक हर घर को नल से जोड़ते हुए प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर शुद्व पानी उपलब्ध कराना है। उपायुक्त ने जल संचयन के लिए सभी पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के सदस्यों को राष्ट्रीय जल मिशन की शपथ दिलाई। मौके पर सभी बीडीओ, प्रमुख व प्रखंड समन्वयक उपस्थित थे। कुड़मी समाज सेवा समिति ने किया चना गुड़ का वितरण : आखान यात्रा के अवसर पर शनिवार को कुड़मी समाज शहीद निर्मल महतो स्मारक सेवा समिति डांगरडीहा सीनी के तत्वावधान मां आकर्षिणी पूजा स्थल पर सेवा स्टाल लगाया गया। सेवा स्टाल का उद्घाटन पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, डा. जगदीश महतो, पुजारी नारायण सरदार, उदय सिंहदेव व मनोज सिंहदेव ने किया। सेवा स्टाल के माध्यम से समिति के सदस्यों ने मां आकर्षिणी की पूजा-अर्चना करने पहुंचे भक्तों के बीच चना व गुड़ के साथ पेयजल वितरण किया। मौके पर समिति के प्रकाश चंद्र महतो, रामरंजन महतो, दशरथ महतो, ईएन महतो, अशोक महतो, डा. महतो, नित्यानंद महतो, कृष्णारंजन महतो, विश्वनाथ महतो, ललिन महतो समेत कुड़मी समाज के कई सदस्य उपस्थित थे। मिरगी चिंगड़ा में लगा परंपरागत महिला मेला : आखान यात्रा के बाद मिरगी चिंगड़ा में पहले शनिवार को महिला मेला के आयोजन की परंपरा रही है। इस मेला में महिलाएं व युवतियां नंगे पांव चलकर चट्टानों के बीच स्थित बाबा गर्भेश्वर महादेव की आराधना करती हैं। ऐसी मान्यता है कि आखान यात्रा के बाद पहले शनिवार को श्रद्धा भाव से बाबा गर्भेश्वर महादेव की आराधना करने पर नि:संतान महिला को संतान सुख की प्राप्ति होती है। घर में सुख, शांति व समृद्धि का आगमन होता है। युवतियों को सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है।
प्राचीन काल से चली आ रही इस परंपरा के तहत शनिवार को मिरगी चिंगड़ा में परंपरागत महिला मेला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पुजारी पंडित बालक दास ने मंत्रोच्चार के बीच बाबा गर्भेश्वर महादेव की पूजा संपन्न कराई। पूजा के बाद महिलाओं ने भोजन पकवान तैयार किया और सामूहिक रूप से भोजन का आनंद लिया। मेला में सौंदर्य प्रसाधन व खानपान के स्टाल भी लगाए गए थे। महिलाओं ने इन स्टालों पर अपनी आवश्यकता के अनुसार खरीदारी की। बदल रही है परंपरा : क्षेत्र के बुजुर्ग बताते हैं कि महिला मेला में पुरुषों का प्रवेश वर्जित है। इस दिन पुरुष घर पर रहते हैं। भोजन पकाने व परिवार संभालने का काम भी पुरुष ही करते हैं। परंतु वर्तमान में इस पुरानी परंपरा में परिवर्तन आया है। महिला मेला में पुरुष भी पहुंच रहे हैं।