तीन साल में खुलेंगे 600 एकलव्य विद्यालय, पढ़ाई के साथ तीरंदाजी अनिवार्य
कोरोना काल में भी हमारे तीरंदाजों ने विश्व विजेता बनकर यह साबित कर दिया कि झारखंड की माटी में संघर्ष है। ये बातें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कही..
संवाद सूत्र, खरसावां : कोरोना काल में भी हमारे तीरंदाजों ने विश्व विजेता बनकर यह साबित कर दिया कि झारखंड की माटी में संघर्ष है। ये बातें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कही। वे शुक्रवार को जिला तीरंदाजी संघ की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर देश का परचम लहराने वाले खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य ओलंपिक में पदक हासिल करना है। देश में तीरंदाजी को बढ़ावा देने के लिए भविष्य की कार्य योजना की जानकारी देते हुए कहा कि तीन वर्ष के अंदर देश में 600 एकलव्य विद्यालय खुलेंगे। इन विद्यालयों में तीरंदाजी को अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने तीरंदाजी के क्षेत्र में झारखंड की उपलब्धियों की सराहना की। द्रोणाचार्य अवार्डी व विश्व विजेता टीम की कोच पूर्णिमा महतो की उन्होंने प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने विश्व विजेता टीम की खिलाड़ी कोमोलिका बारी, अंकिता भगत समेत ओलंपियन लक्ष्मी रानी माझी, प्रशिक्षक पूर्णिमा महतो, बीएस राव, हिमांशु मोहंती को सम्मानित किया। साथ ही विश्व खेल पत्रकार दिवस पर पत्रकारिता से जुड़े सदस्यों को भी सम्मानित किया। तीरंदाजी संघ ने विश्व विजेता दीपिका कुमारी को शिक्षा देने वाली राजकीय कन्या मध्य विद्यालय की शिक्षिका पंकजिनी दास, उमा कुमारी, सुजाता दास व सुष्मिता को भी सम्मानित किया। मौके पर पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, गणेश महाली, उदय सिंहदेव, विजय महतो, प्रशिक्षक हरेंद्र कुमार व सुमित कुमार मिश्रा, उत्तम कुमार मिश्रा, प्रभाकर मंडल, सुधीर मंडल, रामानाथ महतो, अभिषेक आचार्य, अमित केसरी, मो. मुजाहिद खान समेत कई उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला तीरंदाजी संघ के सचिव सुमंत महंती ने किया।