15 दिन बाद युवती की सड़ी-गली मिली लाश
सरायकेला- खरसावां जिले के राजनगर थाना क्षेत्र स्थित उरुगुटु गांव की सीमा पर पुलिस ने गुरुवार को खेत से युवती की सड़ी-गली लाश बरामद की। युवती के शव के साथ उसकी मोबाइल भी बरामद की गई। युवती की पहचान खोकरो गांव निवासी स्व. भोगला हांसदा की बेटी कापरा हांसदा (24) के रूप में की गई है..
संवाद सूत्र, राजनगर : सरायकेला- खरसावां जिले के राजनगर थाना क्षेत्र स्थित उरुगुटु गांव की सीमा पर पुलिस ने गुरुवार को खेत से युवती की सड़ी-गली लाश बरामद की। युवती के शव के साथ उसकी मोबाइल भी बरामद की गई। युवती की पहचान खोकरो गांव निवासी स्व. भोगला हांसदा की बेटी कापरा हांसदा (24) के रूप में की गई है। गुरुवार को उरुगुटु के ग्रामीणों को खेत में पड़ी युवती की लाश दिखी तो उन्होंने तत्काल पुलिस को इस घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही डीएसपी चंदन वत्स व थाना प्रभारी शंभू शरण दास पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शव इतनी सड़ी-गली अवस्था में थी कि चेहरा देखकर पहचान करना मुश्किल हो रहा था। चेहरा पूरी तरह सड़ चुका था। जानवरों ने मृतका के एक पैर को नोंच दिया था। इस दौरान उरुगुटु के बगल वाले गांव के ग्रामीणों को भी इस मामले की सूचना मिली। चूंकि खोकरो गांव से 15 दिन पहले एक युवती लापता थी। फिर पुलिस ने खोकरो गांव से लापता युवती के घर वालों से संपर्क किया तो परिजनों ने युवती की पहचान कापरा हांसदा के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। हालांकि इस घटना को लेकर मृतका के परिजनों ने हत्या की आशंका नहीं जताई है। आशंका जताई जा रही है कि युवती के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई है। पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर रही है। पुलिस की मानें तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट होगा। यदि परिजनों को बेटी के साथ किसी अनहोनी या हत्या को लेकर किसी पर शक है तो पुलिस उस दिशा में भी जांच करेगी। फिलहाल मृतका की मां के बयान पर यूडी केस दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
- शंभू शरण दास, थाना प्रभारी, राजनगर। मां के साथ हुई थी कहासुनी
मृतक कापरा हांसदा अपनी मां के साथ रहती थी। घर में दोनों एक साथ रहते थे। कापरा के चचेरे भाइयों ने बताया कि मां-बेटी के बीच घर के काम को लेकर अक्सर कहासुनी होती रहती थी। इसी कहासुनी में चार नवंबर को वह घर से खेत की ओर भाग गई थी। शाम तक घर भी नहीं लौटी। इसके बाद उसकी खोजबीन की गई, परंतु वह नहीं मिली। गुमशुदगी का मामला इसलिए दर्ज नहीं कराया गया कि कहीं किसी से वह शादी न कर ले। चूंकि आदिवासी रीति-रिवाज में भाग कर शादी करने की भी परंपरा है। बेटी को खोकर बेसहारा हुई मां
कापरा अपने मां-बाप की इकलौती बेटी थी। पिता भोगला हांसदा का वर्षों पूर्व देहांत हो चुका है। घर में मां-बेटी ही रहते थे। कापरा की मां ने कहा कि इकलौती बेटी दुनिया से चली गई। अब किसके सहारे गुजर-बसर करेगी।