लोहरा आदिवासी को भी दें जनजाति समुदाय का दर्जा
साहिबगंज : लोहरा आदिवासी समाज कल्याण समिति ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर समाहरणालय
साहिबगंज : लोहरा आदिवासी समाज कल्याण समिति ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर समाहरणालय के समक्ष धरना दिया। धरना देते हुए लोहरा को जनजाति समुदाय का दर्जा दिलाने की मांग प्रशासन से की गई। धरना-प्रदर्शन करने वाले लोहरा समाज के सोनाराम मड़ैया, मोतीलाल राणा, महेश लोहरा, गोराचांद मड़ैया सहित अन्य ने बाद में प्रशासन को एक मांग पत्र सौंपा। समाज के लोगों ने कहा कि संथालपरगना में लोहरा समुदाय की गिनती पिछड़ी जाति के लोहार, कमार व मड़ैया के रूप में होती आ रही है। लोहरा समुदाय जन जातीय होते हुए भी स्थानीय प्रशासन की नजर में पिछड़ी जाति है। लगभग सभी जाति कमोवेश समाज की मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं। लेकिन लोहरा जाति की अपनी कोई पहचान कायम नहीं हो सकी है। संथालपरगना में लोहरा जाति के खतियान में कौम के स्थान पर लोहार, कमार व मड़ैया की जनजाति शोध संस्थान द्वारा जांच की जा चुकी है। इसके बाद खतियान में लोहरा जाति लिखा जाने लगा है। उन्होंने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि पतना, बरहेट तथा बोरियो के लोगों को भी अन्य प्रखंड की तरह प्रमाणपत्र दिया जाए।