इस्कॉन मंदिर में आज होगी भगवान नृसिंह देव की पूजा
संवाद सहयोगी तालझारी (साहिबगंज) पूरा विश्व इन दिनों कोरोना वैश्विक महामारी का दंश झेल
संवाद सहयोगी, तालझारी (साहिबगंज) : पूरा विश्व इन दिनों कोरोना वैश्विक महामारी का दंश झेल रहा है। दुनियाभर में 31 लाख से भी अधिक लोग इस महामारी के कारण काल के गाल में समा चुके हैं। कोरोना संक्रमण का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना महामारी का प्रभाव विश्व से समाप्त हो इसके लिए विश्व प्रसिद्ध कन्हैयास्थान इस्कॉन मंदिर में मंगलवार को भगवान नृसिंह देव से प्रार्थना की जाएगी। मंगलवार को भगवान नृसिंह देव की आविर्भाव दिवस भी है। सतयुग में नृसिंह चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु अपने भक्त प्रह्लाद के रक्षण के लिए अर्ध सिंह व अर्ध मनुष्य रूप में प्रकट हुए। भगवान के इस रूप को नृसिंह कहा गया। वैशाख शुक्ल चतुर्दशी अर्थात नरसिंह जयंती व्रत के नियम, दिशानिर्देश एवं प्रक्रिया श्रीहरी के एकादशी व्रत के समान ही होते हैं। भगवान विष्णु ने नृसिंह देव के रूप में अवतीर्ण होकर हिरण्यकशिपु नामक राक्षस का उद्धार कर उनके बेटे भक्त प्रह्लाद को वहां का राजा बनाया था। मंदिर के परिचालक ब्रजराज दास ब्रह्मचारी ने बताया कि भगवान नृसिंह देव बड़े से बड़े कष्ट का निवारण भी क्षणभर में कर देते है। उनकी आविर्भाव तिथि पर सुबह नौ बजे से रात्रि नौ बजे तक अखंड हरिनाम संकीर्तन का आयोजन कर नृसिंह देव भगवान से विश्व भर से कोरोना संकट को समाप्त करने हेतु विशेष प्रार्थना की जाएगी। इसके लिए विश्व शांति वैदिक महायज्ञ का भी आयोजन किया जाएगा। संध्या समय भगवान नृसिंह देव की आविर्भाव तिथि के पावन मौके पर महाभिषेक व आरती होगी। नृसिंह देव भगवान की मूर्ति को गंगा जल, दूध, दही, घी, मक्खन, शहद, विभिन्न प्रकार के फलों के रस से महाभिषेक होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में 27 मई तक लॉकडाउन लागू है। इसे ध्यान में रखकर सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए मंदिर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक रहेगा। मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार बंद रखा जाएगा। पूजा-अर्चना के दौरान सभी भक्तजन फेस मास्क लगाकर रहेंगे एवं दो गज दूरी रखकर सरकार द्वारा जारी अन्य गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा।