वनवासियों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार की जरूरत
बोरियो 34 वीं शहीद दिवस के अवसर पर प्रखंड के सबैया गांव स्थित शहीद फादर अन्थोनी मुर्मू मेमोरियल मध्य विद्यालय में गुरुवार को शहीद समारोह समिति के तत्वाधान में आदिवासियों का जंगल पर निर्भरता एवं वनाधिकार कानून विषय पर दो दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ हजारीबाग से आये मुख्य अतिथि सह वक्ता वीरेंद्र कुमारर
बोरियो (साहिबगंज) : 34वें शहीद दिवस पर सबैया गांव स्थित शहीद फादर एंथोनी मुर्मू मेमोरियल मध्य विद्यालय में गुरुवार को आदिवासियों की जंगल पर निर्भरता एवं वनाधिकार कानून विषय पर दो दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ हजारीबाग से आए मुख्य अतिथि सह वक्ता वीरेंद्र कुमार, रमेश मुर्मू, सामाजिक कार्यकर्ता पकु टुडू व पौलुस मुर्मू ने किया। मुख्य वक्ता वीरेंद्र कुमार ने कहा कि जंगल और उनके वनवासियों का हाल पहले ही काफी बुरा है, लिहाजा उनसे जुड़े मुद्दों पर संवेदनशीलता के साथ विचार करने की जरूरत है। कानून के लागू होने के एक दशक बाद भी राज्य के लाखों वनवासियों को जमीन पर मालिकाना हक नहीं मिल सका है। जब देश में कई स्थानों पर सामाजिक संगठनों ने संकट में पड़े इन वन समुदायों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया तो इसके उपरांत अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यता) अधिनियम - 2006 बना है। आज भी वन विभाग उन्हें अतिक्रमणकारी करार जमीन से हटा रहा है। इसके लिए आदिवासी समुदाय को एकजुटता के साथ अपने अधिकारों की मांग करने की जरूरत है। गोष्ठी में समाज के बुद्धिजीवी, कई जिला क्षेत्र के ग्राम प्रधान, मांझी हड़ाम, परगैनत, शामिल हुए।मौके पर ग्राम प्रधान मुंशी हांसदा, बाले हांसदा, सामाजिक कार्यकर्ता लॉरेंस मुर्मी, फादर टॉम, समीति के पकु टुडू आदि उपस्थित थे।