बेजान मां को झकझोरता रहा मासूम
संवाद सहयोगी साहिबगंज श्यामली देवी की सोमवार रात देवरों ने पीटकर मार डाला। उस वक्त घर में उ
संवाद सहयोगी, साहिबगंज : श्यामली देवी की सोमवार रात देवरों ने पीटकर मार डाला। उस वक्त घर में उसका पति नहीं था। कारण था, मामूली घरेलू विवाद। इस विवाद ने पांच साल के मोहित की दुनिया उजाड़ दी। उसकी नजरों के सामने मां की पिटाई हुई थी। आरोपित चाचा घटना को अंजाम देकर भाग गए थे, लेकिन उस मासूम को पता नहीं था कि मां अब बेजान हो चुकी है। मोहित काफी देर तक मां-मां की रट लगाता रहा। उसे लग रहा था कि वह सोयी हुई है इसलिए झकझोर कर उठाने की कोशिश करता रहा।
बच्चे के रोने की आवाज सुनकर कुछ देर बाद आसपास के लोग पहुंचे। श्यामली के पति अनिल शर्मा को भी जानकारी मिली। महिला को अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इधर मंगलवार दोपहर 12 बजे तक पांच वर्षीय बच्चे ने कुछ भी नहीं खाया था। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव लेने के लिए स्वजन चिकित्सक के आने का इंतजार कर रहे थे और बच्चे की निगाहें मां को तलाश रही था।
इधर, कृष्णा नगर निवासी अनिल का रो-रोकर हाल-बेहाल है। अब पांच साल के बच्चे का लालन-पालन कैसे होगा यहीं चिता उसे सताए जा रही थी। अनिल शर्मा कुछ बोल नहीं रहे थे।
पांच वर्षीय मोहित ने बताया कि मेरी मां को मेरे गोलू और गड्डू अंकल ने मारा है। बच्चे की बात सुन कर पिता अनिल शर्मा की आंखों में आंसू आ गए।
अनिल शर्मा बताते है कि सोमवार को दिन में बच्चे की बात पर भाइयों से उनकी कहासुनी हुई थी। थोड़ी देर के बाद बात खत्म हो गई। सभी लोग अपने अपने काम में लग गए। हम भी घर से निकल कर सड़क की ओर घूमने चले गए। शाम को मेरा दोनों छोटा भाई आया और मेरी पत्नी के साथ मारपीट करने लगा। मेरे भाई ने मेरी पत्नी के सिर पर कपड़ा साफ करनेवाली लकड़ी (थापी) से से वार कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। वह बताते हैं कि घटना के समय मैं घर पर नहीं था। मुहल्ले के एक व्यक्ति ने बताया कि आपके घर में झगड़ा हो रहा है। हम दौड़कर घर पहुंचा तो देखा कि मेरी पत्नी आंगन में पड़ी है। उसके सिर से खून बह रहा है। मेरा बेटा बगल में रो रहा है।