स्टोन डस्ट से बालू निर्माण को किया जाएगा प्रोत्साहित
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : कृषि, पशुपालन, सहकारिता सह खान एवं भूतत्व सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने बुधवार को दिलीप बिल्डकान द्वारा स्थापित कृत्रिम सैंड मेकिंग प्लांट का जायजा लिया। उन्होंने दिलीप बिल्कान की पहल की सराहना करते हुए कहा कि देश एवं राज्य में बड़े पैमाने पर कंस्ट्रक्शन कार्य हो रहा है, जिसमें बड़े पैमाने पर बालू की आवश्यकता होती है। बालू उत्खनन पर रोक के बाद कृत्रिम बालू एक ऐसा विकल्प है जिससे पर्यावरण पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा एवं नदियों पर बालू उत्खनन का दबाव भी कम होगा। उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में कृत्रिम बालू बनाई जा रही है एवं इसका उपयोग भी हो रहा है। साहिबगंज में गंगा नदी पर बन रहे पुल में भी कृत्रिम बालू का उपयोग हो रहा है। राज्य के अलग-अलग जगहों पर भी ऐसे प्लांट का निर्माण कर कृत्रिम बालू बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा एवं इसका उपयोग निर्माण कार्यों में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये कृत्रिम बालू एनएचएआइ द्वारा सर्टिफाइड किया गया है एवं उसका उपयोग पूरी तरह से सुरक्षित है। इसे आने वाले दिनों में स्टोन डस्ट की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा स्टोन डस्ट का उपयोग कृत्रिम बालू बनाने में किया जा सकेगा। इस माैके पर डीएमओ विभूति कुमार भी मौजूद थे। अबू बकर सिद्दीकी मेधा डेयरी के उद्घाटन समारोह में यहां पहुंचे थे। इसी क्रम में उन्होंने कृत्रिम सैंड मेकिंग प्लांट का जायजा लिया। एनजीटी के निर्देशानुसार जिले में बालू उत्खनन पर रोक है। इस वजह से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है लेकिन दिलीप बिल्डकान के पास कृत्रिम सैंड मेकिंग प्लांट होने की वजह वहां किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई।