नहीं जलेगा रावण, बजेगा लाउडस्पीकर
जागरण संवाददाता साहिबगंज कोरोना संक्रमण को देखते हुए रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन नही
जागरण संवाददाता, साहिबगंज: कोरोना संक्रमण को देखते हुए रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा, क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में दर्शक जुटते हैं। सरकार की ओर से दुर्गा पूजा के दौरान कोविड-19 नियमों में दिशा निर्देशों में कुछ बदलाव किया गया है कुछ छूट दी गयी है। पूजा पंडालों में पुजारी, पूजा समिति के सदस्यों सहित सात की जगह अब अधिकतम 15 लोग रहेंगे। दुर्गा पूजा के दौरान लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दे दी गई परंतु पूजन स्थल पर मंत्र, पाठ, आरती का सीधा प्रसारण ही लाउडस्पीकर से हो सकेगा। यह प्रसारण सुबह सात बजे से रात के नौ बजे के बीच ही होगा। इसकी ध्वनि 55 डेसिबल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
यह जानकारी उपायुक्त रामनिवास यादव ने शुक्रवार को दी है। लाउडस्पीकर भी अदालत व अस्पताल से 100 मीटर दूरी पर ही बजाया जा सकता है। लाउडस्पीकर पर पहले से रिकार्ड की हुई रिकॉर्डिंग, टेप किया हुआ या डिजिटल रिकार्डिंग बजाने की अनुमति नहीं है। सिर्फ मंत्र पाठ, आरती आदि का सीधा प्रसारण ही बज सकता है। उपायुक्त ने जनता से अपील कि है सरकार ने जो निर्देश दिये हैं वह सुरक्षा की दृष्टिकोण से बेहद आवश्यक हैं। हमें और भी सतर्कता बरतने की जरूरत है।
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जो नियम जो पहले की तरह होंगे लागू
किसी भी थीम पर पंडाल का निर्माण नही किया जायेगा। पंडाल चारों ओर से कवर किया जाएगा, ताकि बाहर से प्रतिमा न दिखे। पूजा पंडाल और मंडप के समीप और उसके आसपास के क्षेत्रों में कोई लाइटिग और सजावट नहीं की जाएगी। पूजा पंडप और इसके पास कोई तोरण द्वार या स्वागत द्वार का निर्माण नहीं होगा। प्रतिमा की अधिकतम ऊंचाई चार फीट होगी। दुर्गा पूजा पंडाल अथवा मंडप के पास कोई फूड स्टाल नहीं लगेगा। विसर्जन जुलूस की मनाही, प्रतिमाओं का विसर्जन जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थानों पर होगा। पूजा के दौरान किसी प्रकार का संगीत अथवा मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा। सामूहिक समारोह, प्रसाद और भोग का वितरण नहीं होगा। दुर्गापूजा कमेटियां अथवा आयोजक आमंत्रण कार्ड जारी नहीं करेंगे। सार्वजनिक स्थानों पर डांडिया व गरबा नहीं होगा।