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कम लागत पर करें ज्यादा दूध का उत्पादन

जिला कृषि विज्ञान केंद्र में बुधवार को मत्स्य पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय जल शक्ति मंत्रालय पशुपालन एवं डेयरी विभाग की ओर से राष्ट्रीय पशु रोक नियंत्रण कार्यक्रम के देश व्यापी कार्यक्रम के तहत कार्यशला का आयोजन किया गया। जिसमें स्वच्छता ही सेवा की बात भी पशुपालकों एवं किसानों को बताई गई। इस अवसर पर कृत्रिम गर्भाधान के फायदे के बारे में बताया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. सुखलाल गगराई ने बताया कि कम लागत पर दूध का ज्यादा उत्पादन करने के लिए पशुपालकों को अब परंपरागत के स्थान पर कृत्रिम गर्भाधान का सहारा लेना पड़ेगा। जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने देश व्यापी अभियान चलाकर की है। जिला स्तरीय कार्यशाला में पशु प्रबंधन व टीकाकरण की जानकारी भी दी गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 10:47 AM (IST)Updated: Fri, 13 Sep 2019 07:02 AM (IST)
कम लागत पर करें ज्यादा दूध का उत्पादन
कम लागत पर करें ज्यादा दूध का उत्पादन

साहिबगंज : जिला कृषि विज्ञान केंद्र में बुधवार को मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, जल शक्ति मंत्रालय, पशुपालन एवं डेयरी विभाग की ओर से राष्ट्रीय पशु रोक नियंत्रण कार्यक्रम के देशव्यापी कार्यक्रम के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें स्वच्छता ही सेवा की बात भी पशुपालकों एवं किसानों को बताई गई। इस अवसर पर कृत्रिम गर्भाधान के फायदे के बारे में बताया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. सुखलाल गंगराई ने बताया कि कम लागत पर दूध का ज्यादा उत्पादन करने के लिए पशुपालकों को अब परंपरागत के स्थान पर कृत्रिम गर्भाधान का सहारा लेना पड़ेगा जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने देशव्यापी अभियान चलाकर की है। जिला स्तरीय कार्यशाला में पशु प्रबंधन व टीकाकरण की जानकारी भी दी गई। डा. हरिहर प्रसाद ने बताया कि पशुपालकों को खेती और किसानों को पशुपालन करने की जरूरत है। मछलीपालन करने वालों को तालाब की मेड़ पर पशुपालन करने की जरूरत है। सभी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। आय बढ़ाने के लिए सभी को एक साथ करना पड़ेगा। जिला कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की ने भी पशुपालकों को बेहतर कृषि तकनीक की जानकारी दी। इस अवसर पर जिला कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डा. अमृत कुमार झा ने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से देश भर में एक साथ कृत्रिम गर्भाधान पर अभियान प्रारंभ किया गया है। देश के सभी कृषि विज्ञान केंद्र में एक साथ कार्यक्रम किया जा रहा है। इस अवसर पर अवर प्रमंडल पशुपालन पदाधिाकरी डा. हरिशंकर झा, डा. अभिमन्यु प्रसाद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक डा. वीके मेहता, डा. माया कुमारी, डा. राकेश रंजन की ओर से भी पशुओं से संबंधित रोगों की जानकारी दी गई। इधर प्रधानमंत्री का भाषण भी किसानों को सुनाया व दिखाया गया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विदेशों में गाय को उपहार के रूप में दिया जाता है। सरकार अगर गाय पालने के लिए देती है तो उसका पहला बछिया ले लेती है जिसे दूसरे को दिया जाता है। इस बीच कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।

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