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करण की हत्या के पीछे प्रभाकर मंडल गिरोह का हाथ

संवाद सहयोगी उधवा (साहिबगंज) राधानगर थाना क्षेत्र के उधवा खाड़ी मिर्जानगर निवासी करण मंडल की हत्या के पीछे प्रभाकर मंडल गिरोह का हाथ सामने आ रहा है। इस मामले का नामजद आरोपित दीपांकर मंडल सुपारी किलर प्रभाकर मंडल का साला है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2020 05:48 PM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2020 05:48 PM (IST)
करण की हत्या के पीछे प्रभाकर मंडल गिरोह का हाथ
करण की हत्या के पीछे प्रभाकर मंडल गिरोह का हाथ

संवाद सहयोगी, उधवा (साहिबगंज) : राधानगर थाना क्षेत्र के उधवा खाड़ी मिर्जानगर निवासी करण मंडल की हत्या के पीछे प्रभाकर मंडल गिरोह का हाथ सामने आ रहा है। इस मामले का नामजद आरोपित दीपांकर मंडल सुपारी किलर प्रभाकर मंडल का साला है। दीपांकर मंडल के घर से गुरुवार की शाम 13 लाख 34 हजार रुपया नकद व लगभग पांच किलो सिक्के जब्त किए गए है। इसके बाद आशंका जताई जा रही है कि रंगदारी में वसूले गए पैसे के बंटबारे में विवाद की वजह से करण की हत्या की गई है।

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उधवा में वर्ष 2018 में राकेश साहा व उसके दोस्त के अपहरण व हत्या मामले में भी दीपांकर मंडल का नाम सामने आया था। हालांकि, इस मामले में उसपर प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी।

दीपांकर का नाम उसके एक रिश्तेदार बटोरन मंडल की हत्या में भी आया था। इस मामले में उसपर प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी। कौन है प्रभाकर मंडल : प्रभाकर मंडल मूलत: राजमहल थाना क्षेत्र के मंगलहाट का रहनेवाला है। इस गिरोह में दर्जनभर से अधिक लोग शामिल हैं। मंगलहाट क्षेत्र में संचालित चाइना क्ले माइंसों पर बर्चस्व, रंगदारी, फिरौती के लिए अपहरण तथा डकैती इस गिरोह का मुख्य पेशा है। मंगलहाट के नंदन मंडल व तथा उसके सगे भाइयों की हत्या के पीछे भी प्रभाकर मंडल गिरोह का नाम आया था। प्रभाकर मंडल के खिलाफ 13 मामले दर्ज हैं । इनमें तीन हत्या के हैं। इसके अलावा उस पर डकैती, अपहरण, छिनतई, मारपीट के मामले दर्ज हैं। पांच सितंबर 2015 को मालदा जिला तृणमूल कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने इंगलिश बाजार थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा था कि खाद्य प्रसंस्करण तथा उद्यान मंत्री कृष्णेंदु चौधरी की सुपारी किलरों द्वारा हत्या की जा सकती है। रतुआ के बहिष्कृत तृणमूल नेता मोहम्मद यासीन सहित पांच लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि बिहार अथवा झारखंड के किसी अपराधी को मोटी रकम देकर मंत्री कृष्णेंदु चौधरी की हत्या करायी जा सकती है। इसके बाद प्रभाकर मंडल पर मानिकचक थाने में मामला दर्ज किया गया था। उसे राजनगर में उसके एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में राजमहल पुलिस द्वारा रिमांड पर लाकर उसे राजमहल जेल भेज दिया गया था लेकिन वह जेल से भी फोन के माध्यम से रंगदारी वसूली कर रहा था। जेल से ही राजमहल के एक गल्ला व्यवसायी को जान से मारने की धमकी दी थी। राजमहल के विधायक अनंत कुमार ओझा तथा गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे को भी फोन पर धमकी देने को लेकर प्रभाकर मंडल चर्चा में रहा है। इन सब गतिविधियों के कारण जिला प्रशासन द्वारा प्रभाकर मंडल के खिलाफ सीसीए लगाया गया है।

दीपांकर के परिजनों ने नहीं बताया पैसे का स्रोत

इधर, करण मंडल हत्या मामले में पुलिस अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। दीपांकर मंडल के घर से मोटी रकम बरामदगी के बाद पुलिस चौकन्ना है। पुलिस के अनुसार दीपांकर मंडल के परिजनों ने रुपया कहां से आया स्पष्ट नहीं किया है। पुलिस को अंदेशा है कि यह रंगदारी या हवाला कारोबार की राशि भी हो सकती है।

गौरतलब हो कि उधवा खाड़ी मिर्जानगर निवासी करण मंडल का शव गुरुवार की सुबह राधानगर थाना क्षेत्र के लक्खीजोल चरवाहा मैदान से बरामद किया गया था। गला रेतकर उसकी हत्या की गई थी। इस मामले में मृतक के भाई अर्जुन मंडल के बयान पर दीपांकर मंडल व अजय मंडल तथा दो अज्ञात के खिलाफ राधानगर थाने में मामला दर्ज किया गया है।

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प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि करण मंडल भी प्रभाकर मंडल गिरोह का सदस्य था। हालांकि उस पर कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं है। पैसे के बंटवारे को लेकर उसकी हत्या की गई है, ऐसी आशंका है। मामले की जांच जारी है।

रामसागर तिवारी, इंस्पेक्टर, राजमहल


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