चिकित्सकों ने इलाज से कर दिया था इन्कार
सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. भारती पुष्पम के साथ उपायुक्त राजीव रंजन द्वारा दुव्यवहार के मामले पर आगे की रणनीति तय करने के लिए सोमवार को आइएमए व झासा की संयुक्त बैठक सदर अस्पताल में हुई। इसमें उपायुक्त राजीव रंजन के व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की गई तथा भविष्य में उनका या उनके किसी परिजन का इलाज आवास में जाकर नहीं करने का निर्णय यहां के चिकित्सकों ने लिया।
साहिबगंज : सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. भारती पुष्पम के साथ उपायुक्त राजीव रंजन द्वारा दुर्व्यवहार मामले पर आगे की रणनीति तय करने के लिए सोमवार को आइएमए व झासा की संयुक्त बैठक सदर अस्पताल में हुई। इसमें उपायुक्त राजीव रंजन के व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की गई तथा भविष्य में उनका या उनके किसी परिजन का इलाज आवास में जाकर नहीं करने का निर्णय े लिया। इस दौरान शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. महमूद आलम ने भी अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी दी। कहा कि उपायुक्त ने दो माह पूर्व अपने बच्चे के इलाज के लिए आवास पर बुलाया था। वहां जाने पर उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया। चिकित्सक आगे की रणनीति बना ही रहे थे तभी उपायुक्त राजीव रंजन के तबादले की खबर मिली। इसके बाद वहां खुशी का माहौल हो गया। चिकित्सकों ने सत्य की जीत बताई। बैठक में शामिल होने के लिए रांची से स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डॉ. बी मरांडी भी आए हुए थे। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. डीएन सिंह, आइएमए के सचिव डॉ. मोहन पासवान, डॉ. भारती पुष्पम, डॉ. रणविजय, डॉ. माला किरण, डॉ. पुष्पम भारती, डॉ. देवेश आदि मौजूद थे। डीसी के तबादले पर आइएमए के सचिव डा. मोहन पासवान ने कहा कि उपायुक्त राजीव रंजन द्वारा डा. भारती पुष्पम से दुर्व्यवहार मामले को लेकर आइएमए ने मुख्य सचिव को पत्र लिख कर ऐसे पदाधिकारियों पर नकेल करने का आग्रह किया था। मुख्य सचिव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त को तबादला कर दिया। इससे चिकित्सकों में हर्ष है। आइएमए की ओर से मुख्य सचिव को बधाई।