भीषण ठंड में बरामदे पर रहने को मरीज मजबूर
इस भीषण ठंड में भी मरीज सदर अस्पताल के बरामदे पर रहने को मजबूर हैं। इस वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सौ बेड वाले सदर अस्पताल में 65 से 70 बेड ही कमरे के अंदर हैं।
संवाद सहयोगी, साहिबगंज : इस भीषण ठंड में भी मरीज सदर अस्पताल के बरामदे पर रहने को मजबूर हैं। इस वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सौ बेड वाले सदर अस्पताल में 65 से 70 बेड ही कमरे के अंदर हैं। बाकी मरीज बरामदे में रहने को मजबूर हैं। इस भीषण ठंड में जब कमरे के अंदर भी रहना मुश्किल है तब ऐसी स्थिति में मरीज बरामदे में कैसे रहते होंगे इसका आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। सर्द हवाएं सीधा बरामदे में प्रवेश करती है। पहली मंजिल पर जच्चा-बच्चा वार्ड है। ऐसे में महिलाओं के साथ उनका बच्चा भी रहता है। उपरी मंजिल पर लेटी एक महिला मरीज ललिया देवी ने बताया कि नर्स ने कहा है कि कमरे में बेड खाली नहीं है। इसलिए हमें बरामदे में जगह दी गई है। रातभर में कड़ाके की ठंड में बुरा हाल हो गया है। बरहेट से आई एक महिला ने भी बताया कि कमरे के अंदर जगह नहीं मिली जिसके कारण से बरामदे में बेड दिया गया है और वह ज्यादा कंबल भी लेकर नहीं आई थी। इससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कहां कितने बेड : ग्राउंड फ्लोर पर एक कमरे में 10, दूसरे कमरे में आठ व तीसरे कमरे में 11 बेड। यानी ग्राउंड फ्लोर पर कुल 29 बेड कमरे के अंदर लगे हैं। पहली मंजिल की बात करें तो तीनों कमरों मिलाकर 26 बेड लगे है और 10 बेड कमरे से बाहर बरामदे पर लगे हैं। कुल मिला कर 36 बेड लगे हुये है। दोनों मंजिलों की जोड़कर कुल देखा जाए तो 65 से 70 बेड ही पूरे अस्पताल में लगे है।