दूध उत्पादन के क्षेत्र में झारखंड अग्रसर : मंत्री
संवाद सहयोगी साहिबगंज
दूध उत्पादन के क्षेत्र में झारखंड अग्रसर : मंत्री
संवाद सहयोगी, साहिबगंज : डेयरी प्लांट के शुभारंभ के मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि दूध उत्पादन के क्षेत्र में राज्य लगातार आगे बढ़ रहा है। लोगों की रुचि इस क्षेत्र में बढ़ी है। 2016-17 में 22 मीट्रिक टन दूध का उत्पादन राज्य में होता था जो बढ़कर आज 29 मीट्रिक टन हो चुका है। दो साल कोरोना की वजह से काफी परेशानी हुई। जिंदगी ठहर सी गई थी। इसके बावजूद किसानों ने यह उपलब्धि हासिल की। कृषि मंत्री ने कहा कि इस प्लांट को लेकर स्थानीय विधायक विजय हांसदा तथा स्थानीय विधायक अनंत ओझा बार-बार विभाग को अपने सुझाव देने का काम करते रहे। इसी का परिणाम है कि आज इसका शुभारंभ हुआ है।
डेयरी प्लांट की क्षमता बढ़ाने में सरकार करेगी सहयोग : सांसद
राजमहल सांसद विजय हांसदा ने कहा कि आप सभी का जो सपना था उसे हमारी सरकार ने आज पूरा कर दिया। डेयरी प्लांट में दूध की मात्रा और डेयरी की क्षमता बढ़ाने की जरूरत आगे पड़ेगी। सरकार इस दिशा में अभी प्रयास कर रही है। स्थानीय किसानों का भी क्षमता बढ़ाने में सहयोग करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस डेयरी प्लांट से यहां के किसानों को काफी लाभ होगा। पलायन रुकेगा और किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे।
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लोगों को रोजगार देने की दिशा में कर रही सरकार : आलमगीर
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हमारी सरकार गांव में रह रहे किसानों के चेहरे पर मुस्कान किस प्रकार आए इस दिशा में काम कर रही है। कहा कि इसके लिए राज्य सरकार राइस मिल लगा रही है। जिले में कोल्ड स्टोर की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि यहां के लोग रोजगार के लिए बाहर जाते हैं। अन्य राज्यों में जाकर धान रोपते हैं। इस पलायन को रोकने की दिशा में सरकार कोशिश कर रही है। जिस प्रकार काम हो रहा है वह दिन दूर नहीं जब यहां के लोगों को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना होगा।
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प्रधानमंत्री मोदी के श्वेत क्रांति का सपना हुआ साकार : अनंत
मेधा डेयरी प्लांट के लोकार्पण के मौके पर राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेयरी प्लांट का शिलान्यास 6 अप्रैल 2017 को किया था। उन्होंने शिलान्यास करते समय जिस श्वेत क्रांति का सपना देखा था वह अब साकार हो चुका है। कहा कि यह खुशी यहां मौजूद लोगों के चेहरे पर देखी जा सकती है। मैं भी किसान का बेटा हूं। गांव के लोग पशुपालन करते हैं। सभी पशुपालकों से अपील है कि वे श्वेत क्रांति के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर झारखंड व आत्मनिर्भर जिला बनाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को पुन: यहां दो लाख लीटर क्षमता का उद्घाटन करने आना पड़े यह संकल्प लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि छह माह के अंदर 70 हजार से एक लाख लीटर दूध का कलेक्शन यहां होगा और अगले एक साल के अंदर यहां के किसान व पशुपालक मिलकर इसे दो लाख लीटर क्षमता का डेयरी बनाएंगे।