पंचायतवासियों को हक दिलाना मुखिया का कर्तव्य
पंचायती राज संस्थान लोकतंत्र की सबसे अहम कड़ी है। इसका स्वामित्व मुखिया के पास है। पंचायत भवन की रख-रखाव व पंचयात स्तर से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी आपकी है।

संवाद सहयोगी, साहिबगंज : पंचायती राज संस्थान लोकतंत्र की सबसे अहम कड़ी है। इसका स्वामित्व मुखिया के पास है। पंचायत भवन की रख-रखाव व पंचयात स्तर से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी आपकी है। दूर-दराज इलाकों से आने वाले ग्रामीण, गरीब लोग, किसान, जरूरतमंद लोग, वृद्ध, दिव्यांग को हक दिलाना सभी मुखिया और ग्राम प्रधान का कर्तव्य है।
यह बातें उपायुक्त राम निवास यादव ने कही। वे रविवार को सिदो-कान्हू सभागार में मुखिया सम्मेलन सह कार्यशाला को संबंधित कर रहे हैं। इसमें मुखिया, प्रखंड विकास पदाधिकारी, पंचायत सचिव आदि मौजूद थे।
उपायुक्त ने बताया कि आपके अधिकार, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान एक पंचायत भवन का निरीक्षण किया। वहां की व्यवस्थाएं बेहद असंतोषजनक है। उन्होंने कहा कि सभी मुखिया 28 दिसंबर से पहले अपने-अपने पंचायत भवनों का निरीक्षण करें। वहां की सफाई करते हुए सभी व्यवस्था को सुद़ढ़ करें। सभी सुविधाओं को दुरुस्त करने, वहां फर्नीचर की स्थिति, कंप्यूटर इक्यूपमेंट तथा अन्य इक्यूपमेंट की स्थिति की रिपोर्ट दें।
उपायुक्त ने कहा कि जिस पंचायत में भवन, कार्यालय की स्थित और मूलभूत सुविधाओं का हाल बुरा रहेगा। उसकी जिम्मेदारी मुखिया को समझते हुए आगामी पंचायत चुनाव में उन्हें एनओसी न देने की कार्रवाई की जाएगी। संबंधित पंचायत सचिव और रोजगार सेवक पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
उन्होने संबंधित पंचायतों में पंचायत दिवस के दिन स्वयं उपस्थित रहते हुए सभी पंचायत कर्मियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने और लोगों की समस्याओं का निदान कराएं। सरकार आपके द्वारा कार्यकम में मुखिया, ग्राम प्रधान, जन प्रतिनिधियों को उपस्थित रहने का भी निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा कि पंचायत स्तर पर ली जाने वाली योजनाओं में पारदर्शिता बरतते हुए, क्षेत्र और टोला विशेष पर ही योजनाएं न लें बल्कि पूरे गांव के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का चयन करें। इस दौरान आवास प्लस की शिकायत पर संज्ञान लेने और उसे दूर कराने, कोविड वैक्सीनेशन में सहयोग करने, प्रमाण पत्र निर्गत संबंधित शिकायतों को दूर करने, सड़क दुर्घटना की रिपोर्ट जिला को उपलब्ध कराने तथा पीड़ित के आश्रित को मुआवजा दिलाने का निर्देश दिया। इसके अलावा कार्यशाला में मुखियासे संवाद करते हुए उपायुक्त े संबंधित पंचायत में उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। कार्यशाला में उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी ओंकारनाथ सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी मुखिया आदि थे।
Edited By Jagran