सावधानी हटी तो आफत बनी रफ्तार
रफ्तार का अर्थ जागरण संवाददाता साहिबगंज साहिबगंज जिले में सड़कों पर सावधानी हटते ही लोग
रफ्तार का अर्थ
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : साहिबगंज जिले में सड़कों पर सावधानी हटते ही लोगों पर रफ्तार का कहर आफत बन कर आती है। जिले में पिछले कुछ सालों में ओवर लोडिग वाहनों का परिचालन बढ़ा है। अब तक शराब पीकर वाहन चलाने, वाहन चलाते वक्त मोबाइल पर बात करने, तेज गति से वाहन चलाने और बिना हेलमेट वाहन चलाने के 528 मामले सामने आए हैं। हादसों की वजह की पड़ताल करने पर पता चलता है कि वाहनों के फिटनेस में खामी, नशापान कर तेज रफ्तार में वाहन चलाने के कारण ज्यादातर हादसे होते हैं। वहीं ओवरलोडेड वाहनों का परिचालन आम बात हो गई है। ट्रैक्टर ट्रॉली और जुगाड़ गाड़ी भी खूब चलते हैं। सड़क किनारे खडे़ वाहन, यातायात नियमों का उल्लंघन भी हादसे की वजह बनती है।
चार सालों में सावा पांच सौ मामले आए
वर्ष 2017 में साहिबगंज जिले में ओवरलोडिग के 19, शराब पीकर वाहन चलाने के दो, वाहन चलाते वक्त मोबाइल से बात करने के दो, ओवर स्पीड वाहन चलाने के 9 और बिना हेलमेट के वाहन चलाने के 18, कुल 50 मामले सामने आए। वर्ष 2018 में जिले में ओवरलोडिग के 72, शराब पीकर वाहन चलाने के 14, वाहन चलाते वक्त मोबाइल से बात करने के 13, ओवर स्पीड वाहन चलाने के 10, बिना हेलमेट के वाहन चलाने के शून्य, कुल 109 मामले सामने आए।
2019 में जिले में ओवरलोडिग के 217, शराब पीकर वाहन चलाने के दो, वाहन चलाते वक्त मोबाइल से बात करने के सात, ओवर स्पीड वाहन चलाने दो, बिना हेलमेट के वाहन चलाने के शून्य, कुल 228 मामले सामने आ गए।
2020 में अक्टूबर माह तक में ओवरलोडिग के 66, शराब पीकर वाहन चलाने के शून्य, वाहन चलाते वक्त मोबाइल से बात करने के शून्य, ओवर स्पीड वाहन चलाने के शून्य जबकि बिना हेलमेट के वाहन चलाने के 75 मामले सहित कुल 141 मामले सामने आए। सभी पर कार्रवाई की गई है।
सड़क सुरक्षा कोषांग का प्रयास
साहिबगंज जिले में परिवहन विभाग के सड़क सुरक्षा कोषांग का प्रयास यह सामने आया कि शराब पीकर वाहन चलाने, ओवर स्पीड वाहन चलाने के मामले कम हुए। इसके बाद भी सड़क हादसे पूरी तरह नहीं रुके हैं। बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाने की रोकथाम को लेकर प्रशासन की ओर से पूरी तरह से सजगता बरतने के लिए वाहन जांच अभियान चलाया जाता है। इसके अलावा सड़क सुरक्षा नियमों को अपनाने की जानकारी दी जा रही है। इसके बाद भी हेलमेट के प्रति वाहन चालकों में धीरे धीरे जागरूकता आ रही है।
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जिले में सड़क सुरक्षा, जीवन रक्षा को लेकर सड़क सुरक्षा कोषांग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सड़क पर अधिकतर मौत सिर पर चोट लगने के कारण होती है। इस कारण दो पहिया वाहन चलाने वालों को उच्च गुणवत्ता वाले हेलमेट पहनने को लेकर जागरूक किया जाता है। ओवरलोडिग, शराब पीकर वाहन चलाने, वाहन चलाते वक्त मोबाइल से बात करने, ओवर स्पीड वाहन चलाने और बिना हेलमेट के वाहन चलाने में पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाती है।
राम कैलाश पंडित, सड़क सुरक्षा कोषांग, साहिबगंज