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आठ माह बाद जगी गंगा पार करने में राहत की उम्मीद

जागरण संवाददाता साहिबगंज साहिबगंज-मनिहारी अंतरराज्यीय फेरी घाट की बंदोबस्ती जिला प्रशास

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 06:09 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 06:09 PM (IST)
आठ माह बाद जगी गंगा पार करने में राहत की उम्मीद
आठ माह बाद जगी गंगा पार करने में राहत की उम्मीद

जागरण संवाददाता, साहिबगंज : साहिबगंज-मनिहारी अंतरराज्यीय फेरी घाट की बंदोबस्ती जिला प्रशासन द्वारा करने की सूचना जारी होन से गंगा पार कर मनिहारी जाने वाले यात्रियों को आठ माह बाद सुरक्षित यात्रा की उम्मीद जगी है। इस बार बंदोबस्ती के लिए 24.33 लाख रुपये प्रति वर्ष की सुरक्षित राशि निर्धारित की गई है। डाक में शामिल होने के लिए डाक वक्ताओं को एक दिसंबर को कम से कम सौ- सौ क्षमता वाले दो यात्री जहाज का कागजात भी मालवाहक जहाज के साथ ही जिला प्रशासन को जमा कराना होगा। जिला प्रशासन की टीम पहले भौतिक सत्यापन के बाद ही योग्य वक्ता डाक में शामिल होने की इजाजत देगी। साहिबगंज-मनिहारी अंतरराज्यीय फेरी घाट की बंदोबस्ती में यात्री सुरक्षा पर जिला प्रशासन की खास नजर रहेगी। प्रशासन के अनुसार इस बार बंदोबस्ती के पूर्व जहाजों में यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा संबंधी जांच की जाएगी। वैसे जहाजों को तरजीह दी जाएगी जिसमें प्रशासन द्वारा निर्धारित क्षमता और सुरक्षा का ख्याल रखा गया हो। गंगा कोसी नाव यातायात सहयोग समिति लिमिटेड बरारी कटिहार पर समय-समय पर यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगता रहा है। चार नवंबर 18 की अहले सुबह सकरीगली समदा घाट पर फेरी सेवा के माध्यम से ले जाया जा रहा पत्थर चिप्स लदा चार ट्रक जहाज से पलटकर गंगा में डूब गया था। बीच बीच में यात्रियों से भरा जहाज भी गंगा में कई बार फंस जाने का मामला भी सामने आता रहता है। मानव फेरी सेवा के बंद रहने से झारखंड से बिहार आवागमन करने वाले यात्रियों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग जान जोखिम में डालकर नाव से गंगा नदी पार करने को विवश हैं। ऐसे में अब लोगों को बड़ी राहत की उम्मीद जगी है।

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