माघी पूर्णिमा पर गंगा स्नान को उमड़ा जनसैलाब
शनिवार की संध्या पूर्णिमा प्रवेश के पूर्व आदिवासी समाज का जनसैलाब गंगास्नान को लेकर सूर्यदेव घाट के उत्तरवाहिनी पतित पावनी गंगा तट पर उमड़ पड़ा। मंडरो भगैया से आए आदिवासी गुरू बाबा सनातन बास्की ने बताया कि उनलोगों के द्वारा राजमहल के इस गंगा घाट को काफी महत्व दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस गंगातट पर स्नान से शरीर की रोग व्याधि तो दूर होती ही है साथ ही गंगातट पर भगवान शंकर व माता पार्वती की पूजा अर्चना से परिवार व समाज पर आए संकट भी दूर होते है। उन्होंने बताया कि उनलोगों ने पूर्णिमा के पूर्व गंगास्नान व पूजन कर लिया है क्योंकि रविवार को काफी अधिक भीड़ होने के चलते गंगास्नान व पूजन दोनो मे काफी कठिनाई आती है। वेलोग यहां से गंगा
राजमहल (साहिबगंज) : पूर्णिमा प्रवेश के पूर्व आदिवासी समाज के लोगों की भीड़ गंगास्नान के लिए उत्तरवाहिनी गंगा के सूर्यदेव घाट पर उमड़ पड़ी। मंडरो भगैया से आए आदिवासी गुरु बाबा सनातन बास्की ने बताया कि वे लोग राजमहल के इस गंगा घाट को काफी महत्व देते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस गंगातट पर स्नान से शरीर की रोग व्याधि तो दूर होती ही है साथ ही गंगातट पर भगवान शंकर व माता पार्वती की पूजा अर्चना से परिवार व समाज पर आए संकट भी दूर होते हैं। उन्होंने बताया कि उनलोगों ने पूर्णिमा के पूर्व गंगास्नान व पूजन कर लिया है क्योंकि रविवार को काफी अधिक भीड़ होने के चलते गंगास्नान व पूजन में काफी कठिनाई होती है। वे लोग यहां से गंगा जल ले जाकर अपने गांव व समाज के बीच पूर्णिमा दिवस पर पुन: उक्त गंगाजल के प्रयोग से गांव, समाज व परिवार की मंगलकामना के साथ पूजा अर्चना करते है। आदिवासी समाज द्वारा माघी पूर्णिमा के अवसर पर गंगातट पर विभिन्न कर्मकांडों मसलन नामकरण, मुंडन इत्यादि प्रयोजन भी किए जाते हैं।
उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने किया मेला क्षेत्र का निरीक्षण : शनिवार को उपायुक्त वरुण रंजन, पुलिस अधीक्षक अमन कुमार, एसडीओ कर्ण सत्यार्थी व एसडीपीओ कृष्ण कुमार महतो ने पूरे मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। उपायुक्त ने निरीक्षण के क्रम में संगीदलान, सूर्यदेव घाट, रेलवे मैदान, बालू प्लॉट व चरवाहा मैदान का निरीक्षण किया। उन्होंने सूर्यदेव घाट पर मुख्य अतिथि के सम्मान व मेला उद्घाटन हेतु बनाए गए मंच एवं रेलवे मैदान में बने संथाल ग्राम व पांच दिवसीय कार्यक्रम हेतु बनाए मंच एवं विभिन्न विभागों द्वारा बनाए गए स्टालों की अद्यतन स्थिति को भी देखा। इसके साथ साथ उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने चरवाहा मैदान में बन रहे हेलिपैड को भी देखा तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
नहीं आएंगे मुख्यमंत्री : राजकीय माघी पूर्णिमा मेला के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित किया गया था था लेकिन वे नहीं आएंगे। सरकार के तीन मंत्रियों ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव एवं कृषि मंत्री बादल पत्रलेख मेले का उद्घाटन करेंगे।