श्रमिकों ने बढ़ाया हाथ, मनरेगा का मिला साथ
जागरण संवाददाता साहिबगंज जिले में कोरोना काल में आए 23238 प्रवासी श्रमिकों को निबंधित कर
जागरण संवाददाता, साहिबगंज : जिले में कोरोना काल में आए 23238 प्रवासी श्रमिकों को निबंधित कर मनरेगा से काम उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया। इस कारण जिले में गरीबी से मुक्ति की राह आसान हुई। जिले में जेएसएलपीएस की ओर से भी महिलाओं को योजनाओं से जोड़कर गरीबी दूर करने का प्रयास किया गया। नए साल में भी श्रमिकों ने हाथ बढ़ाया है। अब मनरेगा के सहारे गरीबी दूर भागेगी। राज्य सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर 2,44,412 लाभुकों के बीच 91.393 लाख की परिसंपत्ति बांटी गई। श्रम विभाग की ओर से 13973 श्रमिकों के बीच 75.600 लाख की परिसंपत्ति का वितरण किया गया। जबकि उद्योग विभाग की ओर से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अधीन 76.600 लाख की लोन का वितरण किया गया है। जिले में मनरेगा अभिसरण से आंगनबाड़ी केंद्र के भवन निर्माण पर 630.800 लाख का खर्च किए जाने की योजना है। साहिबगंज जिले में मनरेगा से 2724877 मानव दिवस का सृजन किया गया है। उम्मीद है कि ये योजनाएं नए साल में गरीबी दूर करने में कारगर होगी।
163 पंचायतों में बिरसा मुंडा बागवानी योजना : जिले में राज्य सरकार की ओर से पिछले साल शुरू की गई बिरसा मुंडा बागवानी योजना से छह सौ एकड़ में हरियाली लाने का प्रयास किया जा रहा है। सभी नौ प्रखंड की 163 पंचायतों में इस योजना से पौधारोपण कर श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इस योजना से पुरानी रैयती जमीन पर आम का पौधा लगाया गया है।
प्रवासी मजदूरों का किया गया निबंधन : कोरोना काल में देश के दूसरे राज्यों एवं महानगरों से आए 23238 प्रवासी मजदूरों की गरीबी दूर करने के लिए उनका निबंधन किया गया। काम मांगने पर इसमें से तकरीबन 17 हजार को मनरेगा की तीन योजनाओं बिरसा मुंडा हरित ग्राम योजना, पोटो हो खेल विकास योजना एवं नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना से जोड़ा गया है। मजदूरों को मनरेगा से छोटे तालाब की खुदाई, जल संचय के लिए टीसीबी सहित अन्य योजना से जोड़कर गरीबी दूर की जा रही है। जिले में उद्योग विभाग की ओर से प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम के अलावा श्रम विभाग, कल्याण विभाग की ओर से जन वन योजना, झारखंड राज्य लाइवलीहूड प्रमोशन सोसाइटी की ओर से संचालित योजनाओं से जोड़कर गरीबी दूर की जा रही है। आकांक्षी जिला योजना से जिला कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण देकर सामूहिक रूप से गरीबी दूर करने का प्रयास चल रहा है।
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जिले में मनरेगा से 40 लाख का मानव दिवस सृजन के लक्ष्य था। 28900 मानव सृजन कर लिया गया है। इसके अलावा मनरेगा से ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं का निर्माण के साथ दीदी बाड़ी योजना भी संचालित हो रही है। नए साल में ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार देकर गरीबी दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
प्रभात कुमार बरदियार, उप विकास आयुक्त, साहिबगंज