जागरूकता सें ही थमेगा समाज में बाल अपराध
साहिबगंज विकास भवन के सभागार में मंगलवार को उप विकास आयुक्त मनोहर मरांडी ने जिला बाल सं
साहिबगंज :विकास भवन के सभागार में मंगलवार को उप विकास आयुक्त मनोहर मरांडी ने जिला बाल संरक्षण समिति और चाइल्डलाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक की। डीडीसी ने कहा कि जिला बाल संरक्षण इकाई की बैठक नियमित होनी चाहिए। प्रखंड और ग्राम स्तर के बाल संरक्षण इकाई की भी नियमित बैठक हो तभी जागरूकता लाकर बाल अपराध रोका जा सकेगा। बाल संरक्षण भी संभव होगा। डीडीसी ने बताया कि जिले में गरीबी ज्यादा रहने के कारण बड़ों के साथ बच्चे भी बाहर जाते हैं। जिले में चाइल्ड ट्रैफिकिग के मामलों को त्वरित गति से निष्पादित करें।
उप विकास आयुक्त ने बोर्ड की त्रैमासिक बैठक की। कहा कि जिला बाल संरक्षण इकाई अपने तीनों विग किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति के द्वारा बच्चों के रखरखाव एवं उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाने में आपसी तालमेल के साथ कार्य करें। चाइल्ड ट्रैफिकिग को रोकना इकाई का प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए। साथ ही ऐसे मामलों में पुलिस पदाधिकारियों के साथ आपसी तालमेल बनाकर जल्द से जल्द बच्चों की रिकवरी करे। उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि प्रखंड बाल संरक्षण इकाई और ग्राम बाल संरक्षण इकाई की भी बैठक क्रमश: प्रखंड विकास पदाधिकारी और ग्राम प्रधान के अध्यक्षता में नियमित रूप से की जानी चाहिए। उन्होंने जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रखंड विकास पदाधिकारियों को बाल संरक्षण से संबंधित नियमित बैठक हेतु एक तिथि निर्धारित कर उनके स्तर से पत्राचार किया जाए। उन्होंने पुलिस के साथ बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय को भी पत्राचार करने का निर्देश दिया।उप विकास आयुक्त ने कहा कि बाल संरक्षण के नियमों का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए ताकि बाल संरक्षण के मामले, नियम और कार्रवाई के बारे में लोगों को जानकारी हो। उन्होंने बाल संरक्षण इकाई से संबंधित सभी पदाधिकारियों के संपर्क नंबर भी फ्लेक्स बोर्ड पर छपवाकर प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान नगर परिषद साहिबगंज के अध्यक्ष श्रीनिवास यादव, जिला शिक्षा पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद, जिला कल्याण पदाधिकारी अशोक प्रसाद, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी विकास कुमार हेम्ब्रम, जिला के श्रम अधीक्षक संजीव आनंद, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी, पुलिस इंस्पेक्टर सदर धर्मपाल कुमार आदि थे।