कोरोना काल में चुनाव कराना चुनौती
साहिबगंज बिहार -झारखंड में कोरोना और चुनाव की चुनौतियां विषय पर कौशल्या ज्योति की ओर
साहिबगंज: बिहार -झारखंड में कोरोना और चुनाव की चुनौतियां विषय पर कौशल्या ज्योति की ओर से वेबिनार का आयोजन सोमवार को किया गया। बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा है कि कोरोना एक बड़ी चुनौती है। चुनाव कब और कैसे होगा, यह भारतीय चुनाव आयोग को तय करना है। बिहार सरकार ने कोरोना के मुकाबले में जो काम किए हैं वे पूरे देश के लिए उदाहरण है। मंत्री ने कहा कि कोरोना के साथ-साथ बाढ़, बारिश, वज्रपात जैसे प्राकृतिक आपदाओं के मोर्चे पर सरकार काम कर रही है। कोरोना से मुकाबले पर अबतक 8538 करोड़ खर्च किया गया है। यह राजस्थान, बंगाल, पंजाब व दूसरे राज्यों की तुलना में बहुत अधिक है। ये पैसे राशन कार्डधारियों के खाते, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, क्वारंटाइन सेंटरों व अन्य मदों में खर्च किए गए। बिहार सरकार के मंत्री ने कहा कि कोराना काल में बिहार में बाहर से 35 से 40 लाख लोग आए। 15 लाख से अधिक लोगों को क्वारंटाइन कराया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, डॉक्टर , शिक्षक, आंगबाड़ी सेविकाएं कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हैं। संवैधानिक संकट के बीच चुनाव कराने का जिम्मा चुनाव आयोग को है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी और बिहार के एमएलसी संजय मयूख ने कहा कि बिहार में इस समय पर ही चुनाव हो और इस देश में जहां भी उप चुनाव होने हैं या मुख्य चुनाव होने हैं। बिल्कुल समय पर ही चुनाव हो इसके लिए सरकार और चुनाव आयोग सभी उत्तम व्यवस्था करेगी। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी,, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव डा. चंदन यादव तिवारी ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव टालने की मांग की। पूर्व मुख्य आयकर आयुक्त अजय सिंह का कहना था कि सारे काम जैसे अभी हो रहे हें, उसी तरह नवम्बर में चुनाव भी हो। पूर्व आईएएस अधिकारी डॉ. एमए इब्राहिमी, शिक्षाविद डॉ. धुर्व कुमार सिंह ने भी विचार रखे। वेबिनार में स्वागत भाषण कौशल्या ज्योति ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र नाथ तिवारी और संचालन कुमार सुशांत ने किया।